
गोल्डी बराड़ और लारेंस बिश्नोई सिंडिकेट पर वार
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार मंजीत सिंह गुरी आठवीं पास है। वह पहले भी तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। पुलिस कर्मियों पर हमला और जेल में बंद अपने कैदी पर हमले का आरोपी है। ये आरोपी अजय राणा के जरिए से गोल्डी बरार के संपर्क में था। गोल्डी बरार के कहने पर नवंबर, 2023 में आरोपी गुरपाल के साथ वह ज़ीरकपुर में एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने गया था क्योंकि प्रॉपर्टी डीलर ने गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को जबरन वसूली के पैसे देने से इनकार कर दिया था।
ये है अपराधियों का प्रोफाइल
देश के 7 राज्यों से 9 शूटर गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक आरोपी सचिन कुमार ने इलेक्ट्रिक स्ट्रीम में आईटीआई डिप्लोमा भी किया है। वह इससे पहले 2014 में उत्तर प्रदेश के कोटवाली राय बरेली में डकैती के आपराधिक मामले में शामिल रहा है। आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के गैंगस्टरों को हथियार की सप्लाई करता है। गिरफ्तार किया गया संतोष उर्फ सुल्तान बाबा 20 साल का है। वह एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में सहायक का काम करता था। वह उज्जैन के खूंखार गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप का साथी है। दुर्लभ की हत्या 2020 में कर दी गई थी। दुर्लभ से प्रेरित होकर संतोष फेसबुक पर कई ग्रुप में शामिल हो गया और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगा।
लारेंस बिश्ननोई सिंडिकेट पर दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन
मंजीत सोनीपत का रहने वाला है। वह 9वीं पास है। मंजीत के सिर पर इल्जाम है कि वो लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से प्रभावित था और गिरोह के सदस्यों को हथियारों की सप्लाई कर रहा था। जबकि आरोपी अभय सोनी 22 साल का है। 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। उनके पिता का सोने का कारोबार है। पिता को धंधे में भारी नुकसान उठाना पड़ा। लिहाजा आर्थिक समस्या के चलते अभय ने फेसबुक पर राजस्थान शूटर्स के नाम से एक ग्रुप बनाया और डकैतों के संपर्क में था। संतोष कुमार नाम का आरोपी 27 साल का है और उसने B.Sc किया है। वह हथियारों का सप्लायर है। ये आरोपी गोल्डी बरार-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के गैंगस्टरों को हथियारों की सप्लाई करता था।