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उप मुख्यमंत्री ने अमृत 2.0 योजना के तहत 158 करोड़ रुपए से रीवा नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत शत-प्रतिशत आबादी को जलापूर्ति व्यवस्था के संवर्धन कार्य का किया भूमिपूजन

उप मुख्यमंत्री ने अमृत 2.0 योजना के तहत 158 करोड़ रुपए से रीवा नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत शत-प्रतिशत आबादी को जलापूर्ति व्यवस्था के संवर्धन कार्य का किया भूमिपूजन

 

 

रीवा।प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि विकास व जनकल्याण के लिए जो कार्य तय कर लिए हैं उसे कोई ताकत रोक नहीं सकती। जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने में जनप्रतिनिधियों की प्रतिबद्धता होनी चाहिए। श्री शुक्ल ने रीवा नगर निगम क्षेत्र की शत-प्रतिशत जनसंख्या को जलापूर्ति के उद्देश्य से अमृत 2.0 योजना के तहत 158 करोड़ रुपए के संवर्धन कार्य का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने की।

 

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रीवा नगर पालिक निगम क्षेत्र में वेटनरी कालेज के समीप नवीन जल शोधन संयंत्र परिसर में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि वर्ष 2003 के पूर्व तक रीवा की आबादी के आधे घरों में खारे पानी की सप्लाई होती थी। वर्ष 2003 के बाद रीवा शहर में अभियान चलाकर घर-घर तक मीठा पानी पहुंचाने का कार्य किया गया। शहर की वर्ष 2040 की संपूर्ण जनसंख्या को अनुमानित मानकर कार्ययोजना बनाते हुए 135 लीटर प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन के मान से नल कनेक्शन द्वारा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए अमृत 2.0 योजना में 158 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस योजना से फिल्टर प्लांट के अतिरिक्त 12 नई पानी की टंकियों का निर्माण होगा और 462 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूटरी पाइपलाइन का निर्माण कर 15 हजार नए घरेलू कनेक्शन दिए जाएंगे। चिरहुला, हाउसिंग बोर्ड कालोनी चिरहुला, अम्बेडकर नगर, गायत्री नगर, पचमठा, बोदाबाग, इंदिरा नगर, निपनिया, धोबिया टंकी, वार्ड क्रमांक दो एवं वार्ड क्रमांक चार में नवीन टंकियों के बन जाने से शुद्ध पानी घरों में प्रेशर के साथ पहुंचेगा। उन्होंने निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए कि तत्काल टंकियों का निर्माण कार्य प्रारंभ कराएं।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में बाणसागर की नहरों से पानी पहुंचने से समृद्धता आई है। सतना जिले में भी अगस्त माह में नर्मदा नदी का पानी पहुंच जाएगा तब रीवा और सतना समृद्धशाली इलाके के तौर पर अपनी पहचान बनाएंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि कुठुलिया से रौसर को जोड़ने वाले मार्ग में 12 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सिलपरा से बेला तक रिंग रोड के बन जाने से रीवा शहर के चारों ओर रिंग रोड हो जाएगी और शहर में यातायात का दबाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि विकास की कड़ियाँ जुड़कर नए आयाम स्थापित कर रही हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल की दूरदृष्टि से रीवा व विन्ध्य में विकास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में श्री शुक्ल अपनी महती भूमिका का निर्वहन भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब, युवा, किसान व नारी शक्ति के विकास से ही देश अपने विकसित राष्ट्र का संकल्प पूरा कर पाएगा। उन्होंने कहा कि पानी हमारे लिए अमूल्य है। इसे व्यर्थ न बहने दें और इसकी एक-एक बूंद बचाएं तथा इसका संरक्षण व संवर्धन भी करें। उन्होंने विकसित भारत व विकसित विन्ध्य के निर्माण में सहभागी बनने का आह्वान किया।

इस अवसर पर सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि रीवा शहर में आगामी वर्षों में जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुए शुद्ध पानी पहुंचाने व अन्य सुविधाएं देने की श्री शुक्ल की दूरदृष्टि साधुवाद की पात्र है। उन्होंने कहा कि रीवा शहर में रोडमैप बनाकर सभी विकास के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनकल्याण की प्रतिबद्धता से सभी बाधाएं स्वयं ही दूर हो जाती हैं। कार्यक्रम में अध्यक्ष नगर निगम श्री व्यंकटेश पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि रीवा में वर्तमान में 24 पेयजल टंकी स्थापित है। 12 नवीन टंकियों के बन जाने से 410 लाख लीटर क्षमता से हर घर में शुद्ध पानी पहुंचने लगेगा। उन्होंने कहा कि यह सब संभव हो रहा है बाणसागर की नहरों के जाल के बिछने से। जिससे रीवा जिला पानीदार हुआ और किसान समृद्धशाली हुए। उन्होंने बाणसागर की नहरों के जाल को बिछाने के लिए उप मुख्यमंत्री जी को साधुवाद दिया।

इससे पूर्व प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ल ने बताया कि अमृत 2.0 योजना के तहत 37 एमएलडी के फिल्टर प्लांट, 12 नग नवीन टंकियाँ, 462 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूशन पाइप व 15 हजार नए घरेलू कनेक्शन दिया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान में रीवा नगर में 58 एमएलडी क्षमता के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट संचालित हैं। इस योजना के पूरा हो जाने पर शहर में 95 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित हो पाएंगे और प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा होगा। योजना के संविदाकार सतीश राव ने बताया कि यह कार्य दो वर्षों में पूरा करा लिया जाएगा। अमृत 2.0 योजना के तहत बनने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कैनाल से पानी पहुंचाने के पूर्व इसका ट्रीटमेंट होगा ताकि दूषित पानी न आ पाए और फिर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी को पुन: शुद्ध कर टंकियों तक पहुंचाया जाएगा। कार्यक्रम में प्रभारी कलेक्टर एवं आयुक्त नगर निगम श्रीमती संस्कृति जैन, नगर निगम के पार्षदगण तथा स्थानीयजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कार्यपालन यंत्री एसके चतुर्वेदी ने किया तथा आभार प्रदर्शन कार्यपालन यंत्री एचके त्रिपाठी द्वारा किया गया।

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