
अलीगढ न्यूज
उद्यमी, व्यापारी, मीडिया प्रतिनिधि, शिक्षक एवं महिलाओं ने दिए अपने सुझाव
बेहतर स्वास्थ्य एवं यातायात व्यवस्था के लिए जेएनएमसी की बाईपास से हो सीधी कनेक्टिविटी
श्रम कानूनों के सरलीकरण, मृदा परीक्षण की अनिवार्यता, सरकारी संपत्तियों का हो उचित रखरखाव
विद्यालयों व संस्थानों में स्टेªस मैनेजमेंट, संस्कारयुक्त शिक्षा, निगरानी समितियों की सक्रियता एवं ग्रामीण विकास को दिया जाए महत्व
अलीगढ़ 08 सितम्बर 2025 समर्थ उत्तर प्रदेश@ 2047 अभियान के तहत मा0 मुख्यमंत्री जी के विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047 को साकार करने के लिए प्रबुद्धजनों की ओरिएण्टेशन वर्कशॉप का आयोजन सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक के0डी0 दीक्षित की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में किया गया। प्रबुद्धजनों ने सामूहिक रूप से कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश के विजन को युवाओं की भागीदारी और नवाचार से जोड़ा जाना आवश्यक है। वर्कशॉप में ’’आईटी, इमर्जिंग प्रोद्योगिकी, सुरक्षा एवं सुशासन विषय पर विशेष चर्चा करते हुए बल दिया गया कि ई-गवर्नेंस, डिजिटल प्लेटफार्म और बिग डेटा जैसी तकनीकों के माध्यम से प्रशासनिक व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी और जनसुलभ बनाया जा सकता है।
मुख्य अतिथि के0डी0 दीक्षित ने कहा कि भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमें विश्वास है कि इसी गति के साथ हम 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश एवं विकसित भारत के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे। उन्होंने ओरिएण्टेशन वर्कशॉप में आए प्रबुद्धजनों को आश्वस्त किया कि आप द्वारा दिए गए अमूल्य सुझावों से आमजन के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाने में मदद मिलेगी और प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
जिलाध्यक्ष व्यापार प्रतिनिधि मण्डल कमल गुप्ता ने समृद्धि, सुरक्षा और सशक्त श्रमिकों के साथ विकसित भारत के निर्माण के साथ अपनी बात को आरम्भ करते हुए कहा कि श्रमिकों को पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, आवास, बच्चों को मुफ्त शिक्षा, डिजिटल प्लेटफार्म के साथ कार्यस्थल पर गरिमा, लैंगिंक समानता, श्रम कानूनों का सरलीकरण और ई-पोर्टल के माध्यम से वादों के निपटन की सुविधा प्रदान की जाए। व्यापारी नेता दिनेश कुमार अग्रवाल ने प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने, व्यस्तम मार्गों पर फ्लाईओवर, मुख्य मार्गों पर साइनेज, पर्यावरणीय स्थिरता, जनसंख्या नियंत्रण एवं बेरोजगारी के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही। उद्यमी दिनेश शास्त्री ने श्रमिकों एवं नागरिकों को साइबर संबंधी जानकारियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की बात कही। विनीत सिंह ने सरकारी सपत्तियों के उचित रखरखाव एवं कब्जामुक्ति के साथ ही बैंकिंग सेवाओं मंे सुधार करने की बात कही।
जिला प्रबंधक एनआरएलएम समीर शर्मा ने फर्जी बैंक एकाउण्ट की पहचान के लिए री-केवाईसी और सरकार के स्तर से अनिवार्य रूप से मृदा परीक्षण की व्यवस्था लागू करने का सुझाव दिया। एनआरएलएम से क्लस्टर प्रबंधक नीरज देवी ने विकसित उत्तर प्रदेश के लिए ग्रामीण विकास का अनदेखा न करने के साथ ही स्थानीय समस्याओं को दूर करते हुए आरआरसी सेंटर की उपयोगिता सिद्ध करने की बात कही। नमो ड्रोन दीदी सीमा सिंह ने नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को समय की मांग के अनुरूप आवश्यकतानुसार उर्वरकों का प्रयोग करने पर बल दिया।
मीडिया प्रतिनिधि देवेन्द्र वार्ष्णेय ने नागरिकों के कर्तव्य एवं जिम्मेदारियों के साथ ही स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं यातायात नियमों को अनिवार्य रूप से पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने पर बल दिया। मो0 कामरान ने डिजिटल माध्यम से शिकायत निवारण एवं योजनाओं के सरलीकरण व ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में समान सेवाओं की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया। संदीप शर्मा ने यातायात एवं अतिक्रमण की समस्याओं का स्थाई निदान सुनिश्चित कराने की बात कही। ममता शर्मा ने विद्यालयों, कार्यालयों, संस्थानों एवं सुरक्षा बलों के लिए समय-समय पर स्ट्रेस मैनेजमेंट वर्कशॉप आयोजित कराने का सुझाव दिया। सूचना विभाग से माधव शर्मा ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं एवं यातायात व्यवस्था में सुधार को दृष्टिगत रखते हुए जेएनएमसी की क्वार्सी बाईपास से सीधी कनेक्टिविटी स्थापना पर बल दिया। शिक्षक अरूण कुमार शर्मा ने संस्कारयुक्त शिक्षा, बाल वाटिकाओं का विस्तार एवं जीडी दीक्षित ने निगरानी समितियों को प्रभावी बनाए जाने का सुझाव दिया।
इससे पूर्व उप श्रम आयुक्त नदीम अहमद, सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह एवं सहायक निदेशक सूचना संदीप कुमार ने मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश में विगत 08 वर्ष में हुए प्राप्त की गई उपलब्धियों का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करते हुए 2047 तक की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण किया गया। साईबर क्राइम थाना से एसआई अमित चौहान, रोहन लाल ने डिजिटली युग में बदलते अपराध के तरीकों के साथ डिजिटल अरैस्ट एवं अन्य प्रकार के साईबर क्राइम के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला के अंत में फिरदौस रजा, मिथलेश कुमार अग्रवाल एवं अंकुर भदौरिया ने स्वच्छता पर विशेष जानकारी देते हुए स्वच्छता सपथ दिलाई। कार्यशाला का संचालन श्रम निरीक्षक आशीष अवस्थी द्वारा किया गया।