कर्नाटक के हाथी बढ़ाएंगे पेंच पार्क की सान
वन विभाग पेंच नेशनल पार्क छिंदवाड़ा में व्यवस्था बढ़ाने में जूटा

छिंदवाड़ा बेंच टाइगर रिजर्व की सुरक्षा और वन्य प्राणियों के बचाव को बेहतर बनाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया गया है बेंच में कर्नाटक से पांच हाथी लाभ मारुति वाली करिअप्पा और सेवइयां को लाया गया है महावत इन्हें पंच के जंगल में बस्ती और रेस्क्यू के लिए तैयार कर रहे हैं आपको बताते चले पेट के सभी हाथियों के स्वास्थ्य की पूरी निगरानी पंच की विशेष डॉक्टर कर रहे हैं इन हाथियों पर हर वहां करीब 75000 खर्च किए जा रहे हैं।।।
डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के अधिकारी ने बताया है कि बेंच में कर्नाटक से आए पांच हाथियों के आने से गस्ती और गैस की के लिए पहले से अच्छा काम हो सकेगा तभी हाथी स्वस्थ है डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर का ध्यान रख रहे हैं फिलहाल नए हाथियों को ट्रेनिंग दी जा रही है ट्रेनिंग पूरी होने के बाद कर्नाटक के हाथियों का उपयोग सर्चिंग रेस्क्यू वह अन्य काम के लिए किया जाएगा ।।।
बेंचमार्क के अधिकारियों के अनुसार एक हाथी को एक दिन में 150 किलो भोजन की आवश्यकता होती है उन्हें भरपूर भोजन मिले इसके लिए उन्हें रात भर जंगल में पैरों पर लोहे की जंजीर में बांधकर छोड़ा जा रहा है ताकि यह पेड़ पौधे की पत्तियों को का सके दूसरे देश सुबह से हाथियों को ट्रेनिंग दी जा रही है एक दिन में 10 किलो आटे का स्वादिष्ट चुनौतियों से हाथियों का पूरा पेट तो नहीं भरता लेकिन मोहब्बत और हाथी के बीच अपनापन कायम रहे और भी स्वस्थ रहे इसलिए उन्हें रोटियां खिलाई जाती है ।।।
पेट टाइगर रिजर्व के रूपक गेट में प्रवेश करने वाले पर्यटकों को रविवार की सुबह गूगल सफारी के दौरान दो अलग-अलग जगह बाकी देखने को मिली एक बर्जिन जिप्सी के लिए बने मार्ग पर चलती दिखाई तो दूसरी एक अन्य जगह पेड़ों के बीच से गुजरती हुई दिखाई कितने पर्यटक काफी रोमांचित हो रहे हैं इसके अलावा पेज के वाइल्ड लाइफ