
सुमिता शर्मा चंद्रपुर महाराष्ट्र:
शिक्षा विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा राजुरा स्थित स्वामी विवेकानन्द बालगृह में व्यक्तित्व विकास शिविर एवं प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया गया।
जिला महिला एवं बाल विकास कार्यालय, चंद्रपुर के अंतर्गत जिले में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के अनुसार, सरकारी और स्वैच्छिक अनाथालयों में देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चे जैसे अनाथ, अनाथ, परित्यक्त, खोए हुए बच्चे , बाल कल्याण समिति, चंद्रपुर के आदेश के तहत बच्चे आते हैं अभी बच्चों की गर्मी की छुट्टियाँ हैं और ऐसे समय में यदि बच्चों को हर सप्ताह दो से तीन दिन व्यक्तित्व विकास के कार्यक्रम, उनमें छुपे गुणों, कला कार्य के अनुभव को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम मिलें तो बच्चों की कठिनाइयाँ कम होंगी और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। साथ ही शिक्षा विभाग से अनुरोध किया गया कि वे अपने समय का उपयोग उचित कार्य में करें।
तद्नुसार स्वामी विवेकानन्द बालगृह में राजुरा के समूह शिक्षा अधिकारी मनोज गौरकर, शिक्षा विस्तार अधिकारी संजय हेडाऊ, विशेष रिसोर्स पर्सन राकेश रामटेके ने प्रवेशित बच्चों को व्यक्तित्व विकास, पढ़ाई कैसे करें आदि विषयों पर मार्गदर्शन दिया। मनोज गौरकर ने कहा कि शिक्षा के लिए आवश्यक संपूर्ण स्कूली सामग्री और अन्य सामग्रियां समूह शिक्षा अधिकारी कार्यालय, राजुरा से निःशुल्क प्रदान की जाएंगी और प्रवेशित बच्चों को अंग्रेजी बोलना, संगीत, पेंटिंग कक्षाएं, खेल कोचिंग और कठिन विषय के लिए मुफ्त कोचिंग दी जाएगी।
होम गार्ड एवं शारीरिक शिक्षा मार्गदर्शक नागेश जाधव ने बताया कि पुलिस भर्ती के लिए बच्चों को नि:शुल्क शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुलिस उपनिरीक्षक नरेश उरकुडे ने बच्चों को पुलिस भर्ती एवं प्रतियोगी परीक्षा के संबंध में मार्गदर्शन दिया। शिक्षा विभाग के माध्यम से गट शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से चंद्रपुर जिले के अन्य बाल गृहों में भी इस तरह का शिविर आयोजित किया जायेगा.
उक्त कार्यक्रम में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी दीपक बनैत के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय आर साखरकर, प्रीति उंदीरवाडे, सचिन्द्र नाइक, भाऊराव बोबडे, प्रवीण गेडाम आदि उपस्थित थे।