करोड़ों की सरकारी संपत्तियों के अवैध आवंटन पर उठे सवाल
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट

करोड़ों की सरकारी संपत्तियों के अवैध आवंटन पर उठे सवाल
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ( एडीए ) में करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्तियों के अवैध आवंटन का खुलासा होने के बाद तमाम सवाल भी खड़े हो गए हैं । सबसे बड़ा सवाल है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में अकेले संपत्ति लिपिक सतीश कुमार की ही भूमिका रही है ? अथवा इस पूरे खेल में एडीए के अन्य अधिकारी व कर्मचारियों भी संलिप्तता है ? इन सवालों के जवाब तो प्रकरण की निष्पक्ष जांच के बाद ही मिल सकेंगे । चर्चा है कि इस फर्जीवाड़े में एडीए के कुछ अन्य अफसरों की संदिग्ध भूमिका भी सामने आ रही है , जिनकी जड़ें काफी गहरी हैं । पत्रावलियों में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है । वर्ष 2011 से 2017 तक अपात्रों को एडीए की संपत्तियों के आवंटन से जुड़ी कुछ फाइलों पर तो बाकायदा जिम्मेदार अफसरों के भी हस्ताक्षर हैं । जिनको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं । अधिकतर फर्जीवाड़े इसी अवधि में हुए हैं । मामले का खुलासा होने पर पूर्व संपत्ति लिपिक सतीश कुमार समेत छह लोगों के खिलाफ क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है ।