
अंबेडकरनगर
जिले की सभी दस सीएचसी से जुड़े करीब दस लाख मरीजों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें हृदय, लिवर व किडनी की जांच के लिए जिला अस्पताल या फिर महानगरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
अब यह सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही उन्हें मिलेगी। इन जांचों से जुड़ी मशीनें जिला मुख्यालय को उपलब्ध करा दी गई हैं। मशीनों को सक्रिय कर जल्द ही संबंधित सीएचसी पर भेज दिया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार अस्पतालों में जांच समेत अन्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। इसी क्रम में अब जिले की सभी सीएचसी पर आधुनिक जांच सुविधाएं मिलने जा रही हैं। प्रत्येक सीएचसी पर साढ़े तीन करोड़ की लागत से सेमी ऑटो एनालाइजर व ऑटो एनालाइजर समेत कई अन्य अत्याधुनिक जांच मशीनें लैब में स्थापित होंगी। इन मशीनों के जरिए अब सामान्य जांच के साथ ही मरीजों को लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), किडनी फंक्शन टेस्ट (केएफटी) व लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (कॉलेस्ट्रॉल की जांच) जैसी महत्वपूर्ण जांचें स्थानीस्तर पर ही उपलब्ध होंगी।
बता दें कि पहले इन बीमारियों की जांच के लिए ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को जिला अस्पताल या निजी पैथोलाॅजी का चक्कर लगाना पड़ता था। जिला अस्पताल में कई बार अलग-अलग समस्या के चलते इन जांचों का लाभ मरीजों को नहीं मिल पाता है। इससे उन्हें निजी लैब का सहारा लेना पड़ता है, जहां मनमाने दाम पर मरीजों की जांच की जाती है। लिपिड प्रोफाइल टेस्ट के लिए जहां 400-600 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, तो लिवर फंक्शन टेस्ट के लिए 800-900 रुपये वहीं किडनी फंक्शन टेस्ट के लिए करीब 600 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में गरीब मरीजों को जांच के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अब यह समस्या इन मशीनों के स्थापित होने से समाप्त हो जाएगी।
अपर सीएमओ डॉ. रामानंद सिद्धार्थ ने बताया कि जिले की सभी दस सीएचसी के लैब में यह अत्याधुनिक मशीनें स्थापित होंगी। बीते दिनों ही नामित एजेंसी द्वारा संबंधित मशीन उपलब्ध करा दी गई हैं। जल्द ही इन मशीनों को सक्रिय कर संबंधित सीएचसी पर भेज दिया गया। इसके बाद इसका लाभ मरीजों को मिलने लगेगा। मशीन के संचालन के लिए सभी संबंधित लैब टेक्नीशियन को जल्द ही प्रशिक्षित करा दिया जाएगा। इन जांचों के शुरू होने से करीब दस लाख आबादी को इसका सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। साथ ही गोल्डन कार्ड वाले मरीजों को जांच के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
आसानी से हो सकेगी जांच
कोतूपुर के चंद्रभूषण तिवारी ने कहा कि पहले लिवर व किडनी से संबंधित जांचों के लिए लोगों को जिला अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ता था। निजी पैथालॉजी का भी सहारा लेना पड़ता था, जहां मरीजों से मनमाना रकम वसूल की जातीहै। अब इन सभी समस्या से लोगों को निजात मिलेगी।
नहीं लगाना पड़ेगा जिला अस्पताल का चक्कर
मकोइया निवासी अंजनी कुमार ने कहा कि सीएचसी में लिवर व किडनी आदि की सुविधा पहले ही मुहैया करानी चाहिए थी। फिलहाल अब इन जांचों के लिए मरीजों को दूर-दराज के अस्पतालों से छुटकारा मिलेगा। सीएचसी पर इस सुविधा के होने से हजारों मरीजों के इलाज में आसानी होगी। जिम्मेदारों को चाहिए कि इन जांचों का सुचारु संचालन कराया जाए, जिससे मरीजों को लगातार लाभ मिलता रहे।
जल्द मिलेगा मरीजों को लाभ
लिवर, किडनी व हृदय रोग जांच की सुविधा जिले की सभी दस सीएचसी से जुड़े मरीजों को मिलेगी। संबंधित मशीनें नामित एजेंसी द्वारा जिले को उपलब्ध करा दी गई हैं। – डॉ. राजकुमार, सीएमओ