विजय कुमार भारद्वाज/मुंबई
महाराष्ट्र में इन तीन सीटों पर महासंग्राम।बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच पेच फंसा हुआ है।
मुंबई/महाराष्ट्र: राज्य महाराष्ट्र की लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन ने अब तक सीट साझेदारी को लेकर संयुक्त प्रेस वार्ता नहीं की है। अभी भी यहां तीन सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है।राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महायुति में नासिक लोकसभा सीट अजित पवार गुट की एनसीपी को मिलेगी, जबकि ठाणे लोकसभा सीट बीजेपी ने मांगी है। शिवसेना इस बात से नाराज है कि बीजेपी और एनसीपी ने लोकसभा में उसके दो अहम सांसदों की सीट की मांग की है। इसलिए सीट आवंटन अभी तक पूरा नहीं हो सका है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि महागठबंधन में शामिल तीनों घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ दबाव की राजनीति कर रहे हैं।देखा जा रहा है कि अभी तक महागठबंधन में सीटों के बंटवारे की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। महायुति अभी भी ठाणे, नासिक और सतारा सीटों पर एक-दूसरे पर दबाव बनाने की तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। बीजेपी ने मांग की है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना की ठाणे की सीट दी जाए, जबकि अजित पवार की एनसीपी ने नासिक की सीट देने की मांग की है।ठाणे और नासिक सीट शिवसेना नहीं छोड़ना चाहती है।ये दोनों महत्वपूर्ण सीटें फिलहाल शिवसेना के पास हैं इसलिए शिवसेना ने इन दोनों सीटों पर अपना दावा छोड़ने से इनकार कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद इस बात पर सहमति बनी कि नासिक की सीट एनसीपी को दी जाएगी। ऐसी संभावना है कि छगन भुजबल नासिक में एनसीपी की ओर से उम्मीदवार होंगे।हालांकि, अमित शाह से मुलाकात के करीब पंद्रह दिन बाद भी इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है।दूसरी ओर, ठाणे से भी शिवसेना के पदाधिकारियों ने दबाव के आगे न झुकते हुए ठाणे सीट बीजेपी को देने से इनकार कर दिया है। एक तरफ एनसीपी सतारा सीट बीजेपी के लिए छोड़ने को तैयार दिख रही है लेकिन इसके बदले में नासिक लोकसभा सीट की मांग की गई है। हालांकि नासिक सीट पर आश्वस्त होने के बाद भी उम्मीदवार घोषित करने की इजाजत नहीं मिलने पर एनसीपी ने नाराजगी जताई है।एनसीपी का कहना है कि यदि आश्वासन के बाद भी नासिक सीट उपलब्ध नहीं होती है, तो हमारे पास सतारा लोकसभा क्षेत्र के लिए इच्छुक उम्मीदवार हैं।और हम इस सीट से सतारा जिला सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष नितिन पाटिल की उम्मीदवारी की घोषणा करेंगे।