
मध्य प्रदेश में महिला डिप्टी कलेक्टर ने चुनाव लङने के लिए लिए कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा था और चुनाव लड़ने के लिए डिप्टी कलेक्टर की नौकरी से इस्तीफा लगा दिया था मगर अब कांग्रेस पार्टी ने डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने वाली महिला नेत्री निशा को टिकट देने से इनकार कर दिया |
भोपाल – आपको बता दे निशा बागडे ने 2023 जुलाई महीने में अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उनसे टिकट देने का वादा किया था मगर जब चुनाव का समय आया तो पार्टी अपने वादे से मुकर गई और निशा बांगडे को टिकट नहीं दिया जिसके चलते निशा अब फिर से अपनी नौकरी वापस पाना चाहती हैं इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र भी लिख चुकी है मगर सरकार के पास वह पत्र अभी भी पेंडिंग पड़ा हुआ है।प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल देखने को मिला है आपको बता दे मध्य प्रदेश में महिला डिप्टी कलेक्टर ने चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा था और चुनाव लड़ने के लिए डिप्टी कलेक्टर की नौकरी से इस्तीफा लगा दिया था मगर अब कांग्रेस पार्टी ने डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने वाली महिला नेत्री निशा को टिकट देने से इनकार कर दिया जिसके बाद पुनः अपनी नौकरी वापस पाने के लिए महिला इधर से उधर भाग दौड़ कर रही है ।
राजनीति में कदम रखने के लिए डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने वाली महिला अधिकारी ने कांग्रेस पर धोखा देने का आरोप लगाया है , डिप्टी कलेक्टर की नौकरी छोड़ कर कांग्रेस का थामा हाथ मगर कांग्रेस ने चली चाल नही दिया टिकट तो अब उनके सुर भी बदल गए है। निशा बांगरे को जब लोकसभा चुनाव का नही मिला टिकट तो अब वह फिर से अपनी सरकारी नौकरी वापस चाहती है। जनवरी माह में सामान्य प्रशासन विभाग नौकरी वापस देने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन ये आवेदन अभी तक सरकार के पास पेंडिंग है। जिसको लेकर निशा बांगरे बहुत ही चिंतित हैं। अब देखना यह दिलचस्प की क्या सरकार उन्हें फिर से डिप्टी कलेक्टर बनाती है या नही।
किये गए अपने वादे से मुकर गए नेता
निशा बांगरे का आरोप है कि, कांग्रेस ने मुझे लोकसभा टिकट देने का वादा किया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी अपने वादे से मुकर गई। यह पूछे जाने पर कि क्या ऑफर मिलने पर वह बीजेपी में शामिल होंगी, उन्होंने कहा, मुझे बीजेपी से कोई ऑफर नहीं मिला है। वही निशा बांगरे का परिवार चाहता है कि निशा अपनी सर्विस में फिर से जाए ।