
*अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की जिलाध्यक्ष बनी, अंजली सेन*
राहुल सेन मांडव
मो 9669141814
छतरपुर न्यूज। मध्यप्रदेश के छतरपुर निवासी अंजली सेन को मानवाधिकार संगठन का जिलाध्यक्ष बनाया गया। साथ साथ वो सेन समाज विकास संगठन की प्रदेशाध्यक्ष है एवं छतरपुर मंडल का केश शिल्पी का प्रतिनिधि भी है। लोगों एवं समाज व रिश्तेनाते भी एवं प्रदेश के अलावा गैर प्रदेशों से बधाइयां व शुभकामनाएं मिल रही है, उन्होंने सबका आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया। अंजली सेन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ एक वोलेंटरी संगठन है। मानवाधिकार के हनन, उत्पीड़न, पर नजर रखता है। अनुसंधान और जागरूकता फैलाता है, ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन भारत के कई राज्यों में करता है, जल ही जीवन है, मानवाधिकार क्या है, ऐसे ज्वलंत मुद्दों पर सेमिनार का आयोजन, निशुल्क कानूनी सलाह, लीगल पैनल का गठन कर समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश करता है और जरूरतमंद को कानूनी सलाह सरकार के द्वारा चलाए जा रहे हैं मानव कल्याण के योजना की जानकारी देता है। मानवाधिकार हनन या समाज में होने वाले गलत कार्य के प्रति शिकायत मिलने पर या जानकारी होने पर टीमष का गठन कर निशुल्क काउंसलिंग कर समस्या का समाधान करता है साथ ही संबंधित प्रशासन या सरकार को इसकी जानकारी देता है और पीड़ित को सामाजिक न्याय दिलाने का प्रयास करता है। विश्व पटल पर भारत शांति का पुजारी है और शांति सद्भावना और गरिमा के साथ जीवन यापन करने का संदेश देता है। भारत संयुक्त राष्ट्र संघ का एक सक्रिय सदस्य हैं। इसी आधार पर भारत के संविधान में उन सभी विचारों आदेशों मूल्य एवं मानकों का उल्लेख किया है जो संयुक्त राष्ट्र के चार्टर वर्णित है। झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश,के साथ साथ देश के कई राज्यों में राज्य मानवाधिकार आयोग कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का कार्यालय नई दिल्ली है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश को नियुक्त किया जाता है। मानवाधिकार का हनन कोई नहीं कर सकता चाहे वह व्यक्ति दबंग हो या सरकारी लोक सेवक। उत्पीड़नकर्ता चाहे कितना ही उच्च सशक्त पद पर हो, मानवाधिकार हनन या कानून को तोड़ने पर उक्त को व्यक्तिगत तौर पर न्यायालय की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। मानवाधिकार एक व्यापक है इसकी व्याख्या चंद शब्दो मे नही की जा सकती है। मानवाधिकार मानव के जीवन काल से अंतिम सांस तक उसकी रक्षा करती है, जय हिंद।