
रिपोर्टर: दीपक शर्मा बामनवास
दौसा।
एक कहावत है ’कोढ़ में खाज ’ ये बिल्कुल शहर वासियों के लिए सटीक साबित हो रही है। दरअसल बीते करीब दो महीने से शहर के अतिव्यस्ततम और व्यापारिक दृष्टी का केंद्र बिंदु नई मंडी रोड पर दुर्गा मंदिर चौराहा पर एक फेरोकवर टूट गया था जो कि सड़क के बीच स्थित है। यहां से कृषि मंडी के लिए भी किसानों की अनाज क्रय–विक्रय के लिए दिनभर आवाजाही बनी रहती है, साथ ही अधिकारी लोगों की गाड़ियों को भी आते जाते देखा जा सकता है लेकिन किसी को भी इतने समय तक ये टूटा फेरोकेवर जो कि आम जनता के लिए हादसे का कारण बना हुआ है नहीं दिख पा रहा शायद अधिकारी लोग आंखे मूंद कर किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हो।
गौरतलब है कि शहर वासियों के लिए इस समय बारिश का कहर जिससे चारों तरफ पानी भरने से रास्ते कीचड़ से भरे पड़े हैं ऊपर से कई जगह ये टूटे हुए फेरोकवर ’कोढ़ में खाज‘ का काम कर रहे है जो और भी परेशानी खड़ी कर रहे है। इस प्रकार के टूटे फेरोकवर के साथ भरा हुआ पानी, गंदगी, कीचड़ शहर की सड़कों पर देखा जाना कोई नई बात नहीं आम बात है। लोगों का कहना है कि कई बार इस समस्या को अधिकारियों के सामने रखी लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ध्यान रहे सावन मास के महीने में इस समय काफी संख्या में कांवड़िए कावड़ ले कर कावड़ यात्रा निकाल रहे है यहां भी आस्था के केंद्र श्याम मंदिर और दुर्गा मंदिर में बड़ी संख्या में महिला, पुरुष कांवड़िए जुलुस के साथ इसी रास्ते से आते,जाते देखे जा सकते है जिन्हें काफ़ी दिक्कतों का सामना कर बचते हुए निकालनी पड़ रही है।जनता का कहना है कि बारिश का पानी जब सड़क पर भर जाता है तो ये टूटे फेरोकवर दिखते ही नहीं है और आने जाने वाले लोग एवं वाहन कई बार इन टूटे फेरोकवर में गिर जाने के अनहोनी के शिकार हो जाते है। रात्रि में अंधेरा होने से काफ़ी लोग इन फेरोकवर से चोटिल हो चुके।
मंडी रोड निवासी अशोक शर्मा ने बताया कि काफ़ी जगह पर रखे हुए बिजली के अंडरग्राउंड केबल बक्से खुले हुए पड़े हैं जिससे कई बार जानवरों द्वारा मुंह मारने से फॉल्ट हो जाते है तथा आने जाने वालों को इनसे छू जाने से डर लगा रहता है लेकिन इस ओर भी संबंधित विभाग को ध्यान दिलाने के बाद भी आज तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है खास तौर पर इस बारिश के मौसम में भी।