
*आगर गांव 18 सालों से एक ही गरीब किसान परिवार के बीच लक्ष्मी गाय माता ने ली अंतिम सांस*
राजगढ़ ब्यावरा आगर गांव है जो कि जानते हैं कैसे यह घटना हुई संतोष गोस्वामी गरीब परिवार के बीच में एक गाय माता रहती थी जो 18 सालों से गरीब किसान परिवार के बीच रहकर दूध दिया जिस तरह एक मां अपने बच्चों को दूध से पाल-पोस के बड़ा करती है उसी तरह 18 सालों से गरीब परिवार के बीच लक्ष्मी गाय माता बनकर रही
उसी गाय माता ने आज उस गरीब परिवार में अंतिम सांस ली गरीब परिवार उसे लक्ष्मी गाय माता के नाम से पुकार ते थे इस गरीब परिवार के बीच रहकर परिवार को पाला पोसा जब से लक्ष्मी गाय इस गरीब परिवार के बीच आई थी जब से लेके आज तक उस परिवार में दूध की कमी नहीं आने दी एक वो मां होती है जो अपने बच्चों को दूध से पाल पोसके बड़ा करती है और एक ये गाय माता है जो कि पूरा संसार गाय माता के नाम से पूजता हैं और इस गरीब परिवार उसे लक्ष्मी गाय माता के नाम से पुकारता था उसे एक परिवार के सदस्य की तरह मानता था
उस गरीब परिवार में एक सदस्य यू चले जाना बहुत पीड़ा दायक है उस लक्ष्मी गाय की कुछ दिनों स्वस्थ ठीक नहीं था उसका ट्रीटमेंट चला लेकिन वो इस गरीब परिवार में लक्ष्मी गाय माता में अंतिम सास आज सुबह 9 बजे ली 11 बजे गड्ढा करा कर हिन्दू रीति रिवाज की तरह लाल कपड़े और गहने धूप बत्ती से लक्ष्मी गाय माता को अर्पण कर के अंतिम विदाई दी और उस गरीब परिवार के सदस्यों ने हाथ जोड़ के उस मां को प्रणाम किया और उस परिवार की आंखों में आंसू और कहा है मां अगर हमसे कोई भूल चुक या गलती हुई तो मां हमे आपका परिवार समझ कर माफ कर देना उसके बाद अंतिम विदाई दी