
मां बच्चों की खुशी के लिए पूरा जीवन समर्पित कर देती है। मां बच्चों की पहली गुरु और दोस्त होती है। मां शब्द ही काफी है जिंदगी के सबसे पवित्र और प्रेम भरे रिश्तों को समझाने के लिए। मां के प्यार,उनकी ममता और उनके साथ गुजारे हुए पलों की यादें हमें याद दिलाती है। मां का स्नेह अद्वितीय होता है यहां हम उनका आभाष कराते हैं कि मां के बिना जीवन कितना अधूरा होता है और उनका महत्व कितना अनमोल होता है।
मदर्स डे का इतिहास –
मदर्स डे का इतिहास प्राचीन काल से है। जब रिया और साइबेले जैसी मातृ देवियों के सम्मान में त्यौहार आयोजित किये जाते थे। परंतु कहा जाता है कि मदर्स डे के आधुनिक पालन का पता इंग्लैंड की प्रारंभिक ईसाई परंपराओ से लगाया गया। जहां मदरिंग संडे को लोगों के लिए उनकी” मदर चर्च” में लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता था।
समय के साथ मदरिंग संडे कई देशों के मातृत्व के उत्सव के रूप में विकसित हुआ। 16 वीं शताब्दी के आरंभिक ईसाई उत्सवो में इंग्लैंड के आरंभिक ईसाई लोग मदरिंग संडे नामक एक दिन मनाते थे।
मातृ दिवश विश्व स्तर पर मनाया जाने वाला एक अवसर है। मां अपने परिवार के लिए दुनिया समान होती है। परिवार को सही राह पर लाना अटूट रिश्तों में बांधना मां हर समय हमारा साथ देती है।
मां को समर्पित शायरी –
- मां के बिना जीवन अधूरा सा लगता है ,उनके साथ हर पल खुशियां और प्यार बिताना चाहिए ।
- मां की ममता से ही जीवन का मतलब समझा, उनके बिना मेरा जीवन अधूरा है यह मैंने जाना।
- मां की ममता की कोई मिशाल नही, उनके बिना जीवन की कोई तस्वीर नही।
- मां के बिना जीवन अधूरा है, मां के साथ हर पल खुशियां बिताना है।