
कटनी, रीठी।। GANESH UPADHYAY VANDE BHARAT LIVE TV NEWS KATNI M.P.
रीठी नगर के प्रसिद्ध व प्राचीन खेर माता मंदिर प्रांगण में चल रहे शत् चंडी महायज्ञ पाठ एवं श्रीमद् देवी महापुराण छठवें दिवस रविवार को भी जारी रही। इस दौरान श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास डॉ रजनीश शास्त्री जी ने कहा कि मां भगवती का स्वरूप अष्ट भुजाओं पर केन्द्रित है, जिसमें समस्त देवी देवताओं की शक्ति का स्वरूप है।
देवी की साधना करने से मनुष्य को अपने जीवन की सभी खुशियां वापस मिलती है तथा मनुष्य ऊर्जावान होकर जीवन में संचार करता है। उन्होंने शुम्भ-निशुम्भ की कथा का वर्णन किया। इसके अलावा माता कात्यायनी के रूप में शिव द्वारा इंद्र के राजसिंहासन को वापस लौटाने की कथा का भी वर्णन किया। उन्होंने असुरों के युद्ध के दौरान मां देवी भगवती के विराट तथा सुन्दर रूप का वर्णन करते हुए मनुष्य को संयम, संकोच, धार्मिक, आचरण, बोध, ज्ञानवान, करुणा भाव तथा मैत्री गुणों को धारण करने की शिक्षा दीक्षा दी। कथा व्यास जी ने मां कात्यायनी के जीवन आरम्भ मनुष्य के कल्याण के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य तथा देव मनुष्य तथा असुरों के कल्याण की कथा का भी प्रसंग सुनाया।
इस मौके पर भारत सिंह, प्रदीप गुप्ता, हीरा पांडे, किस्सू पटेल, दिनेश सिंह चौहान, अजय मेहरा, नर्मदा सोनी, शिवचरण सकवार, राजा अग्रवाल, प्रणय मिश्रा, गुलाब सिंह, प्रभु नारायण दुबे, कंछेदी बाबा पटेल, शिवाकांत मिश्रा, राजेश पौराणिक, दुजराज पौराणिक, विपिन तिवारी सहित अन्य जन उपस्थित थे।