
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। इन दोनों जिलों से एक मामला सुर्खियों में है. मामला फर्रुखाबाद मसैनी चौराहे स्थित एक हॉस्पिटल का है, जहां पीड़ित परिवार अपनी बेटी रीना देवी को हल्का दर्द होने पर लेकर गया था. ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर नवनीत यादव, संजय उर्फ सोनू और महिला डॉक्टर संजना ने मरीज को ठीक करने के लिए हल्का सा कट लगाकर आश्वासन दिया था. पीड़िता के भाई राम तीरथ ने बताया किडॉक्टर ने पहले बताया था कि बच्चा 10 सप्ताह का है, इसके बाद उन्होंने परिजनों से कहा कि अल्ट्रासाउंड के बाद अवोर्शन कराना होगा, तब प्रसूता के भाई ने दूसरे डॉक्टर से जानकारी ली । तब पता चला कि बच्चा स्वस्थ था और कोई परेशानी नहीं थी, चंद पैसों के चक्कर में इन हत्यारे डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर मां की जान ले ली. पीड़ित परिजनों को गर्भवती महिला से मिलने तक नहीं दिया गया और अब निष्पक्ष भाजपा सरकार में रिश्वतखोर डॉक्टर और जांच अधिकारी सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। वहीं, सीएम पोर्टल पर फर्जी रिपोर्ट लगाकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। अब देखने वाली बात यह है कि क्या पीड़ित परिवारों को न्याय मिलता है या इन भ्रष्ट अधिकारियों के कारण पीड़ितों में मायूसी छायी रहेगी।