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मंगल कलश शोभायात्रा कलश स्थापना से शुभारंभ चार दिवसीय महोत्सव



ग्राम डेडगाव में 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ


रिपोर्टर : दिलीप कुमरावत Mob.No. 9179977597


मनावर। (जिला धार) शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में एवम अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकंज के तत्वावधान में ग्राम डेडगांव में आयोजित चार दिवसीय महोत्सव की शुरुआत प्रथम दिवस – 04 जुलाई 2025 शुक्रवार को मंगल कलश शोभा यात्रा कलश स्थापना से की गई। मुख्य मार्गो से निकाली गई शोभायात्रा का जगह जगह भव्य स्वागत किया गया। एवं सायंकाल संगीतमय प्रज्ञा पुराण कथा का शुभारंभ किया गया।


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द्वितीय दिवस दि. 05 जुलाई 2025, शनिवार सुबह 08 से 12 बजे तक देव आवाहन, पूजन, अग्नि स्थापना एवं 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ सायं 07 बजे से संगीतमय प्रज्ञा पुराण कथा होगी।


तृतीय दिवस दि. 06 जुलाई 2025 रविवार सुबह 08 से 12 बजे तक प्रखर प्रज्ञा सजल श्रद्धा प्राण प्रतिष्ठा, 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार कर्मकांड। सायं 06:30 बजे से संगीतमय संकल्प दीप महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा विशेष- आदरणीय चिन्मय भैया द्वारा प्रखर प्रज्ञा – सजल श्रद्धा का पूजन व आरती


चतुर्थ दिवस दि. 07 जुलाई 2025 सोमवार सुबह 08 से 12 बजे तक 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ दीक्षा संस्कार पूर्णाहुति एवं बिदाई। दोप. 12 बजे से भोजन प्रसादी।

आयोजक समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव के दौरान अनिवार्य रूप से पालन करने हेतु विशेष नियम रहेंगे।

यज्ञशाला में पुरुष वर्ग के लिये धोती-कुर्ता, प्रथम पारी (देव पूजन) में अनिवार्य है।
बहनें भारतीय वेशभूषा हो सके तो पीला या केशरिया रंग के वस्त्र पहनकर आयें।

पुंसवन एवं संस्कार २४ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ शाला में होंगे।अन्नप्राशन, नामकरण, मुंडन, विद्यारंभ संस्कार मंदिर परिसर में सम्पन्न होंगे।

समस्त संस्कारों का पंजीयन एक दिन पूर्व संस्कार कार्यालय (यज्ञ परिसर) में किया जाएगा।

भागीदारों के लिए आवश्यक सूत्र बनाए गए है। निम्न सूत्रों को व्यवहार में लाकर महोत्सव को धर्मालुजन सफल बनाएं एवं ईश्वरीय ऊर्जा का लाभ प्राप्त करें।

उपासना नित्य 15 मिनट अपने इष्ट मंत्र अथवा गायत्री मंत्र का जप कीजिये या नित्य 24 बार गायत्री मंत्र लेखन कीजिये।

साधना अभी से लेकर प्राण प्रतिष्ठा तक प्रत्येक गुरुवार अथवा रविवार को अस्वाद व्रत या आप जो व्रत उपवास कर रहें है उनका पुण्य समर्पित कीजिये।

आराधना इस महान आयोजन की सफलता हेतु समयदान, अंशदान (अन्नदान, धनदान, यज्ञ सामग्री, पूजन सामग्री, भोजन सामग्री) शक्ति आनुसार दीजिये।

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