
कचरा,,,, बोतल बंद”* शीर्षक के साथ आज पर्यावरण दिवस पर कस्बे की अग्रणी सामाजिक संस्था सवेरा सेवा संस्थान ने किया नया प्रकल्प शुरू।इस हेतु आज स्थानीय खादी भंडार पर संस्था की बैठक आयोजित हुई जिसमें पर्यावरण संरक्षण हेतु संस्था के पूर्व में जारी प्रकल्पों के साथ नए प्रकल्प पर विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई।टीम सवेरा आज से ही नोहर कस्बे में प्लास्टिक थैली रूपी कचरे को *”कचरा,,,बोतल बंद”* नामक प्रकल्प के जरीए स्कूली बच्चों एवं विद्यालयों के माध्यम से प्लास्टिक का कचरा इक्कठा कर उसका उचित संधारण करेगी।इस मौके संस्था सदस्यों के अनुसार हर कोई एक छोटे से काम से शुरुआत करेगा तो उसका परिणाम बड़ा ही प्राप्त होगा।पानी की बोतल अथवा खाली कोल्ड ड्रिंक की बोतले आसानी से कहीं भी मिल सकती है। हर घर में हर दिन कम से कम एक या एक से अधिक प्लास्टिक की थैलियाँ आती हैं जैसे तेल की थैली, दूध की थैली, किराने की थैली, शैम्पू, साबुन, मैगी, कुरकुरे आदि।बस वही थैलियां हमें रोज कूड़ेदान की जगह पानी की बोतल में डाल कर बच्चे के स्कूल नाम सहित संस्था को वजन के साथ जमा करवानी है जिससे अधिक जमा करवाने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। ऐसा करने से गली के बेजुबान जानवर बिखरा हुआ प्लास्टिक नहीं खाएंगे।प्लास्टिक कचरे और पानी की बोतलों का उचित निपटान होगा।इस छोटे से काम से पर्यावरण,धरती और आने वाली पीढ़ी को बहुत बड़ा फायदा होगा।भविष्य में इस कार्यक्रम की सफलता पर यह अभियान शहर से लेकर गांव तक हर घर में एक आंदोलन के रूप खड़ा हो सकेगा।इस मौके सवेरियन रफीक चौहान, हरिसिंह छींपा, बंशीलाल वर्मा,बसंत भोजक, दीपक कंकर,राजेंद्र कंदोई, शिवराज भारतीय,कृष्ण लाल वर्मा,मुरलीधर छींपा, बजरंग स्वामी आदि मौजूद रहे।बैठक में प्रकल्प प्रभारी कुलदीप भाटिया सह प्रभारी आनंद बिजारणियां एवं रामनिवास सोनी नियुक्त किए गए।प्रभारी कुलदीप भाटिया ने बताया कि सबसे अधिक मात्रा में कचरा जमा करवाने पर संस्था द्वारा व्यक्तिगत एवं संस्थागत श्रेणी में पारितोषिक दिया जाएगा वहीं सह प्रभारियों ने कस्बे के प्रत्येक नोहर “कचरा,,,, बोतल बंद” शीर्षक के साथ आज पर्यावरण दिवस पर कस्बे की अग्रणी सामाजिक संस्था सवेरा सेवा संस्थान ने किया नया प्रकल्प शुरू।इस हेतु आज स्थानीय खादी भंडार पर संस्था की बैठक आयोजित हुई जिसमें पर्यावरण संरक्षण हेतु संस्था के पूर्व में जारी प्रकल्पों के साथ नए प्रकल्प पर विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई।टीम सवेरा आज से ही नोहर कस्बे में प्लास्टिक थैली रूपी कचरे को “कचरा,,,बोतल बंद” नामक प्रकल्प के जरीए स्कूली बच्चों एवं विद्यालयों के माध्यम से प्लास्टिक का कचरा इक्कठा कर उसका उचित संधारण करेगी।इस मौके संस्था सदस्यों के अनुसार हर कोई एक छोटे से काम से शुरुआत करेगा तो उसका परिणाम बड़ा ही प्राप्त होगा।पानी की बोतल अथवा खाली कोल्ड ड्रिंक की बोतले आसानी से कहीं भी मिल सकती है। हर घर में हर दिन कम से कम एक या एक से अधिक प्लास्टिक की थैलियाँ आती हैं जैसे तेल की थैली, दूध की थैली, किराने की थैली, शैम्पू, साबुन, मैगी, कुरकुरे आदि।बस वही थैलियां हमें रोज कूड़ेदान की जगह पानी की बोतल में डाल कर बच्चे के स्कूल नाम सहित संस्था को वजन के साथ जमा करवानी है जिससे अधिक जमा करवाने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। ऐसा करने से गली के बेजुबान जानवर बिखरा हुआ प्लास्टिक नहीं खाएंगे।प्लास्टिक कचरे और पानी की बोतलों का उचित निपटान होगा।इस छोटे से काम से पर्यावरण,धरती और आने वाली पीढ़ी को बहुत बड़ा फायदा होगा।भविष्य में इस कार्यक्रम की सफलता पर यह अभियान शहर से लेकर गांव तक हर घर में एक आंदोलन के रूप खड़ा हो सकेगा।इस मौके सवेरियन रफीक चौहान, हरिसिंह छींपा, बंशीलाल वर्मा,बसंत भोजक, दीपक कंकर,राजेंद्र कंदोई, शिवराज भारतीय,कृष्ण लाल वर्मा,मुरलीधर छींपा, बजरंग स्वामी आदि मौजूद रहे।बैठक में प्रकल्प प्रभारी कुलदीप भाटिया सह प्रभारी आनंद बिजारणियां एवं रामनिवास सोनी नियुक्त किए गए।प्रभारी कुलदीप भाटिया ने बताया कि सबसे अधिक मात्रा में कचरा जमा करवाने पर संस्था द्वारा व्यक्तिगत एवं संस्थागत श्रेणी में पारितोषिक दिया जाएगा वहीं सह प्रभारियों ने कस्बे के प्रत्येक घर को इस मुहिम में शामिल होने की अपील की ताकि स्वच्छ भारत एवं स्वस्थ भारत में अपनी सहभागिता दर्ज हो सके।