
पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा सपा महासचिव व विधायक इंद्रजीत सरोज का भारत के मंदिरों की शक्ति पर दिया बयान निंदनीय बयान पर केसरिया जागृति मंच के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विपुल त्रिपाठी ने कहा विवादित बयान है
संवाददाता: विकास भार्गव/अखंड भारत न्यूज़
कौशाम्बी।राष्ट्रीय सवर्ण समाज पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व राष्ट्रीय सह प्रभारी तथा केसरिया जागृति मंच के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विपुल त्रिपाठी ने कहा कि हाल ही में सपा महासचिव तथा मंझनपुर विधायक इंद्रजीत सरोज द्वारा कौशाम्बी में एक समारोह के दौरान दिया गया यह बयान–भारत के मंदिरों में शक्ति होती तो आक्रांता व लुटेरे न आते मंदिर की शक्ति पर संदेह जैसा बयान एक सुलझे हुए नेता के लिए अच्छा नहीं और हाल ही में आगरा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा वीर योद्धा राणा सांगा पर दिया बयान बेहद अशोभनीय और विवादित बयान है विपुल त्रिपाठी ने यह भी कहा कि कभी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को गौशाला से बदबू आना और गौशाला की जगह इत्र के पार्क बनाने की बात कभी स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस की प्रतिया फाड़ने का समर्थन कभी रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा के लिए अशोभनीय बयान का समर्थन तो अब सपा महासचिव के इस मंदिर के बयान पर खामोशी यह साफ जाहिर कर रही हैं कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व इस पार्टी के नेता भाजपा का विरोध करते करते अब सनातन व मंदिर तथा वीर योद्धाओं पर अशोभनीय टिप्पणीयां यह दर्शाती हैं कि सपा पूर्णतः सनातन विरोधी हैं और ऐसे बयानों से सपा नेताओं को बचना चाहिए और अपनी सोच में परिवर्तन करना चाहिए वरना इसका खामियाजा आगामी विधान सभा चुनाव 2027 में सपा को नुकसानदेह हो सकता है।