
गजब का भ्रष्टाचारी- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन “विख्यात”
भई ये।।
गजब के भ्रष्टाचारी ,
वो बला है।
जिसने किसी का होने नहीं, दिया भला है।
जिसे आज समझ रहे हैं भगवान,
वह है, एक नंबर का बेईमान।
सरकारी धन का दुरुपयोग करता है, दिन- रात।
प्रत्येक को——–परेशां करता है, हर बात।
झूठ बोल – बोल कर,
बिल पास कराता है।
खर्चा एक लाख का,
तीन लाख पर हस्ताक्षर कराता है।
फिर भी कहता है, सरकार नहीं दे रही धन।
सहायता करने को हमारा बहुत है, मन।
फाइलों की करके हेरा फेरी, नियत में है, खोट।
एक- दो-तीन धुरंधर,
घोटाले बाज हैं, ये ।
रिश्वत देखकर बदल जाती है, इनकी चाल।
तलाशते हैं।
मौका जिससे,
फिर लूट सके माल।