
साइबर ठगी के प्रति जागरूकता ही बचाव -शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर हमारे कंप्यूटरों को अनधिकृत सॉफ़्टवेयर या कोडिंग के विरुद्ध प्रतिरक्षित करता है, जिसका अर्थ है कि यह मैलवेयर, रिमोट एक्सेस ट्रोजन (आरएटी) और अन्य दुर्भावनापूर्ण प्रोग्रामों का उपयोग करने वाले हैकर्स को रोक सकता है।
हैकर्स लोगों की निजी जानकारी चुराने के लिए अवैध रूप से उपकरणों या वेबसाइटों तक पहुंच बनाते हैं, जिसका उपयोग वे चोरी जैसे अपराधों को अंजाम देने के लिए करते हैं। बहुत से लोग ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, बैंक खाते हैं और बिलों का भुगतान करते हैं। लोग अपने डिवाइस पर क्रेडिट कार्ड या बैंक खाता नंबर जैसी वित्तीय जानकारी भी संग्रहीत करते हैं।
थिंक मानवाधिकार एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि
साइबर क्रिमिनल लोगों के फोन हैक करके उनकी निजी जानकारी चोरी करते हैं और उनकी मेहनत की कमाई पर सेंध लगाते हैं। आमतौर पर लोगों के स्मार्टफोन हैक हो जाते हैं और उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं होती है।अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ तेजी से गिर रही है तो शायद आपका फोन हैक हो गया है।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधन डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉक्टर एच सी अंजू लता जैन, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी आदि ने कहा कि कभी भी अननोन सोर्स से कोई भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं करना चाहिए।आपको हमेशा अपने फोन पर नजर रखनी चाहिए और कुछ अनचाही एक्टिविटी होने पर सतर्क हो जाना चाहिए। उन्होंने इस तरह से साइबर ठगी के रोकने के उपाय पर विस्तार से बताया।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ