
कौशिक नाग – पश्चिम बंगाल-कितने दलों ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है”? अभिषेक ने CAA पर बीजेपी को दी चुनौती
अभिषेक ने रानाघाट में चुनावी सभा की. वहां से उन्होंने सीएए को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सीएए की घोषणा की थी. नरेंद्र मोदी ने खुद मतुआ, नामशूद्र, शरणार्थियों को नागरिकता देने का ऐलान किया था. लेकिन अभिषेक ने आरोप लगाया कि पांच साल पहले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पारित विधेयक पर नियम तय करने के पीछे बीजेपी के राजनीतिक हित थे.
बीजेपी नेता से लेकर केंद्रीय मंत्री तक कई बार दावा कर चुके हैं कि सीएए नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि देने का कानून है. केंद्र की बीजेपी सरकार को चुनौती देते हुए अभिषेक ने कहा, “आप सभी देश के नागरिक हैं. अगर बहस के लिए नागरिकता देने की बात मान भी लें तो भी सात दिन के अंदर नागरिकता मिलनी चाहिए.” अगर केंद्रीय गृह विभाग यह अधिसूचना जारी कर दे कि सीएए के बाद कोई एनआरसी नहीं होगी तो अभिषेक बनर्जी खुद सीएए का समर्थन करेंगे. वे बस झूठ बोलते हैं, लोगों को धोखा देते हैं, धोखा देते हैं, उन्हें मौत के मुँह में धकेल देते हैं। बीजेपी सिर से पैर तक दो नंबर की पार्टी है.