
*हम तो डूबेंगे सनम तुमको भी ले डूबेंगे*
*नागौद के कार्यक्रम से क्यों दूरी बनाई भाजपाइयों ने?*
*क्या कांग्रेसी नेताओं के आने से उपेक्षित महसूस कर रहे है भाजपाई नेता*
_जैसा कि सभी को विदित है कि अब भाजपा वो भाजपा रही नहीं जिसमे संस्कार,सुचिता और समर्पण का विचार सबसे पहले होता था मगर जबसे कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा का हाथ थामा है तबसे भाजपा अब *कांग्रेस मय भाजपा* हो चुकी है जिससे भाजपा के वरिष्ठ नेता अब स्वयम को ठगा एवम उपेक्षित महसूस करने लगे है जिसकी बानगी आज नागौद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में दिखी और बीते दिन मुख्यमंत्री की सभा मे भी महापौर योगेश ताम्रकार मंच पर नही अपितु नीचे देखे गए मतलब कहानी पानी की तरह साफ है…_
*न जानकारी न जिम्मेदारी तो कैसे आये हम…*
_नागौद में आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भाजपा प्रत्यासी गणेश सिंह के समर्थन में वोट मांगने तो आये मगर केवल तत्कालीन भाजपाई नेताओ के सहारे उन्हें पुराने एवम जमीनी नेताओ का ख्याल भी न आया होगा अब इसका कारण स्वयं भाजपा प्रत्यासी है य फिर किसी और की है चूक ये तो राम ही जाने मगर भाजपा में इस कार्यक्रम से दूरी बना चुके नेताओ के स्वर अब मजबूत जरूर होंगे क्योकि उन्हें न कार्यक्रम की जानकारी रही और न ही जिम्मेदारी…_
*ये रैहे नदारद*
_नागेंद्र सिंह,विक्रम सिंह,रामखेलावन पटेल,योगेश ताम्रकार,नरेंद्र त्रिपाठी,लक्ष्मी यादव,दयानंद कुशवाहा,विमला पांडेय ,चंद्रकमल त्रिपाठी,ममता पांडेय,विनोद तिवारी,अरुण द्विवेदी आदि_