
रामपुर बाघेलान। शंकर आदिवासी नामक व्यक्ति को ग्राम पंचायत के तत्कालीन सचिव श्री चंद्रकांत पांडेय द्वारा समग्र पोर्टल पर मृत घोषित कर दिया गया आखिर इतनी बड़ी लापरवाही ग्राम पंचायत सचिव द्वारा करने के बाद भी सभी जिले के अधिकारी मौन हैं जहां आदिवासी गरीब
जिसकी उम्र भी 60 वर्ष से ज्यादा हो चुकी उसे पेंशन से भी वंचित किया गया, राशन से वंचित किया गया, प्रधान मंत्री आवास से, कहा जाए तो शासन से मिलने वाली सभी शासन की मूलभूत योजनाओं से 6 वर्षो से वंचित है आखिरकार क्या मजबूरी रही होगी ग्राम पंचायत सचिव के ऊपर की जीवित व्यक्ति को म्रत घोषित कर दिया गया।
देखना ये है कि इतनी बड़ी लापरवाही करने वाले ग्राम पंचायत सचिव पर जिम्मेदार अधिकारी क्या कर्रवाई करते हैं या फिर मामले को यहीं दबा दिया जाएगा।