
जल संरक्षण से जीवन संरक्षित-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि पानी के महत्व को समझाने और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। विश्व जल दिवस के अवसर पर स्वच्छ और पीने वाले जल की आवश्यकता और जल संकट की स्थिति से बचने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का सहारा लें।
थिंक मानवाधिकार संगठन की एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, ऐसे में यह कथन सटीक है कि ‘जल ही जीवन है’। विश्व में कई जगहों पर पानी की कमी बनी रहती है। विकास के लिए तेजी से बढ़ रही फैक्ट्रियां और जनसंख्या के कारण जो पानी के सीमित संसाधन है, उन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और पानी का जरूरत से ज्यादा उपयोग हो रहा है। जाने अनजाने पानी की बर्बादी और जल प्रदूषण के कारण लोग पानी की कमी का सामना कर रहे हैं।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट, रंजना गुप्ता आदि ने कहा किसुरक्षित पानी के निरंतर स्रोत के बिना क्षेत्रों में, लोग अक्सर अनुपचारित पानी का उपयोग करते हैं जो उन्हें बीमार बना सकता है।
भारी वर्षा और बाढ़ वाले स्थानों में भी दूषित पेयजल और ज़मीनी फसलें प्रदूषित हो सकती हैं।
बीमारियों की रोकथाम और उपचार में पानी एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह अच्छी स्वच्छता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ