
अकबरपुर में उर्दू के प्रसिद्ध गीतकार व शायर साहिर लुधियानवी की 103वीं जयंती के अवसर पर। प्रबंधक हाजी मौलाना मुईनुद्दीन की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। अंबेडकर नगर। जिले के मदरसा शमशुल उलूम मुरादाबाद,अकबरपुर में उर्दू के प्रसिद्ध गीतकार व शायर साहिर लुधियानवी की 103वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को प्रबंधक हाजी मौलाना मुईनुद्दीन की अध्यक्षता तथा वजीहुद्दीन के संचालन में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में सितारे उर्दू एवार्ड से सम्मानित मोहम्मद शफी नेशनल इंटर कॉलेज हंसवर के शिक्षक मोहम्मद असलम खान ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि साहिर लुधियानवी उर्दू के मशहूर शायर व तरकक़्की पसंद तहरीक के अज़ीम शायर थे।जिन्होंने अपनी अपनी शायरी के माध्यम से युवाओं के दिल को छुआ। इसके साथ ही वह देश की आजादी व राजनितिक आंदोलनों के कारण प्रगतिशील आंदोलन व छात्र संघ की ओर आकर्षित हुए। उन्होंने ‘ताजमहल’ नाम से नज्म लिखी जिसे लोगों द्वारा बहुत सराहा गया।प्रधानाचार्य अमीर अहमद ने कहा कि जब भारत पर ब्रिटिश हुकूमत का शासन था, उस ज़माने में लुधियाना उर्दू का गतिशील और सरगर्म केंद्र हुआ करता था, फलस्वरूप यहीं से साहिर को शायरी का शौक पैदा हुआ और उन्होंने उर्दू और फारसी की सैकड़ों नज़्में और ग़ज़लें लिख डाली। जिन्हें भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 1970 में ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया।प्रबंधक हाजी मौलाना मुईनुद्दीन ने कहा कि उर्दू की मिठास और और खूबसूरत लहजे की वजह से लोग उसकी तरफ आकर्षित होते जा रहे हैं।इस मौके पर मस्तराम सुल्तान अहमद, तबस्सुम हाशमी, मीरा कुमारी व अन्य मौजूद थे।