
ग्वालियर
व्यापम फर्जीवाड़ा मामला
पहली बार एक केस में दो डॉक्टर को चार-चार साल की सजा
अलग-अलग धाराओं में कुल 13हज़ार 100 रुपए 13हज़ार 100 रुपए का लगाया जुर्माना
विशेष न्यायाधीश CBI अजय सिंह की अदालत ने सुनाई सजा
यह पहली बार है कि किसी एक मामले में एक साथ दो डॉक्टरों को सुनाई गई है सजा
फर्जीवाड़े का खुलासा 2015 में पुलिस को भेजे गए एक पत्र से हुआ था
2009 में आयोजित प्री पीजी परीक्षा में डॉक्टर आशुतोष गुप्ता के स्थान पर सॉल्वर ने दी थी परीक्षा
सॉल्वर का प्रबंध डॉक्टर पंकज गुप्ता के माध्यम से कराया गया था..