
कटनी। नशामुक्ति अभियान के बीच कटनी पुलिस ने शराब तस्करी के एक बड़े मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस बार पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए पहली बार एक लाइसेंसी शराब दुकान कैमोर स्थित महंगाव के दो मैनेजरों पर एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर दर्ज होते ही दोनों मैनेजर फरार हो गए हैं। पुलिस अब इस मामले में लाइसेंसी ठेकेदार शनि शिवहरे पर भी एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनय विश्वकर्मा ने इस संबंध में कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराते हुए जब्त शराब के ठेकेदार की जानकारी मांगी है, जिससे जिले में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, 17 जुलाई को कुठला पुलिस ने विजयराघवगढ़ की ओर से कटनी लाई जा रही 75 पेटी शराब जब्त की थी। लोडर वाहन क्रमांक एमपी 20 जीबी 6381 से यह शराब लमतरा ब्रिज के नीचे घेराबंदी कर पकड़ी गई थी। इस दौरान पुलिस ने मन्नू उर्फ मनोरंजन बर्मन (27), अनमोल विश्वकर्मा (20) और रामकिशन कोरी (25) के खिलाफ धारा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यह शराब अरमान खान निवासी प्रेमनगर और गजनी उर्फ दीपक निषाद ने मंगवाई थी। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया और अरमान को गिरफ्तार कर लिया, जबकि गजनी उर्फ दीपक निषाद अभी भी फरार है।
मैनेजरों की संलिप्तता और ठेकेदार पर कार्रवाई की तैयारी
आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि भारी मात्रा में यह शराब कैमोर थाना क्षेत्र के महंगाव स्थित लाइसेंसी शराब दुकान से नियम विरुद्ध बेची गई थी। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने शराब दुकान के मैनेजरों, सुखराय राय उर्फ झल्ला राय और मामा उर्फ मनोज शिवहरे के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर लिया। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ये दोनों मैनेजर फरार चल रहे हैं।
अब पुलिस इस मामले में शराब ठेकेदार पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। नियमानुसार, किसी लाइसेंसी शराब दुकान से भारी मात्रा में अवैध शराब की बिक्री होने पर ठेकेदार पर भी कार्रवाई का प्रावधान है। हालांकि, आबकारी नियमों के तहत लाइसेंसी ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने से पहले जिला आबकारी समिति की अनुमति अनिवार्य है। इसी के चलते, पुलिस ने जिला आबकारी समिति के प्रभारी कलेक्टर को पत्र लिखा है।
अधिकारियों के बयान
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने बताया, “कुठला थाना में दर्ज शराब तस्करी के प्रकरण में लाइसेंसी महंगाव शराब दुकान के मैनेजरों की संलिप्तता सामने आई है। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। प्रकरण में ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी है, जिसके संबंध में कलेक्टर को पत्र लिखा गया है।”
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने भी इस संबंध में बताया, “लाइसेंसी महंगाव शराब दुकान से शराब तस्करी होने संबंधी प्रकरण संज्ञान में है। एसपी का पत्र मिला है और आबकारी विभाग को पुलिस को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
इस कार्रवाई से जिले में अवैध शराब कारोबारियों और लाइसेंसी शराब दुकानों के संचालकों के बीच हड़कंप मच गया है, और पुलिस का यह सख्त रुख आगे भी ऐसी कार्रवाईयों का संकेत दे रहा है।