
✍️✍️✍️✍️✍️अखंड भारत न्यूज़ जियाउद्दीन अंसारी
शहडोल, 21 जुलाई 2025 – जिले में फुटबॉल के प्रति युवाओं का बढ़ता रुझान और जुनून सराहनीय है। इसी कड़ी में रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट, शहडोल द्वारा आयोजित छह दिवसीय एआईएफएफ डी-लाइसेंस फुटबॉल प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने 24 युवा कोचों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
*खिलाड़ी रुचि के अनुसार चुनें खेल: कलेक्टर डॉ. केदार सिंह*
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि हर खेल का अपना महत्व है, कोई भी खेल छोटा या बड़ा नहीं होता। उन्होंने खिलाड़ियों से अपील की कि वे अपनी रुचि के अनुसार खेल का चयन करें और पूरे जुनून और उत्साह के साथ खेलें। उन्होंने विशेष रूप से शहडोल के विचारपुर गांव के खिलाड़ियों के फुटबॉल के प्रति जुनून की सराहना की, जहां के छोटे-छोटे बच्चे भी फुटबॉल खेलते हैं और इसी कारण यह गांव “मिनी ब्राजील” के नाम से अपनी पहचान बना चुका है।
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि “एक अच्छा कोच ही अच्छे खिलाड़ी तैयार कर सकता है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि शहडोल में फुटबॉल के लिए अनुकूल माहौल और उत्साह है, जिससे यहां से प्रतिभाशाली खिलाड़ी निकलेंगे जो राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर जिले का नाम रोशन करेंगे।
*आदिवासी युवाओं में फुटबॉल को बढ़ावा देने पर ज़ोर*
रिलायंस सीबीएम के सीएसआर हेड श्री राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्यक्रम विशेष रूप से शहडोल जिले, खासकर आदिवासी समुदाय के युवाओं में उनकी शारीरिक क्षमता के अनुरूप फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। रिलायंस फाउंडेशन, यूथ स्पोर्ट्स और एआईएफएफ के सहयोग से प्रशिक्षित कोच तैयार करके और प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से स्थानीय प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।
कार्यक्रम में प्रशिक्षक शिवा कुमार वरदराज, रिलायंस सीबीएम लाइजन हेड श्री बिजित झा और श्री राजेश वर्मा सहित अन्य फुटबॉल कोचों ने भी अपने विचार साझा किए।
ग्रासरूट्स फुटबॉल कोच तैयार करना मुख्य उद्देश्य
सहायक संचालक खेल (एनआईएस) फुटबॉल कोच, रईस अहमद ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण 15 से 20 जुलाई 2025 तक रिलायंस क्लब हाउस और विचारपुर खेल मैदान में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को ग्रासरूट्स फुटबॉल कोच के रूप में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे जिले की नई पीढ़ी को आधुनिक और तकनीकी प्रशिक्षण देकर फुटबॉल में ऊंचाइयों तक पहुंचा सकें।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शमीम द्वारा किया गया। यह पहल निश्चित रूप से शहडोल में फुटबॉल के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।