
कोरापुट (ओडिशा): ज़िले में आज ओडिशा बंद के तहत व्यापक विरोध-प्रदर्शन और सड़क जाम की स्थिति देखने को मिली। यह बंद विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस द्वारा, एक 20 वर्षीय छात्रा की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि छात्रा ने एक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई न होने के कारण खुद को आग लगा ली थी।
बंद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता कोरापुट ज़िले के प्रमुख इलाकों जैसे काकरिगुमा, लक्ष्मीकपुर, सुुनबेड़ा म्युनिसिपल चौक, जयपुर, बौपारिगुड़ा, दमंजोड़ी और ज़िला मुख्यालय पर सड़कों को जाम करते हुए देखे गए। विरोध के चलते कई इलाकों में यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
बंद का असर परिवहन सेवाओं पर भी पड़ा है। ओएसआरटीसी और निजी बस सेवाएं बाधित हैं। भुवनेश्वर से एक दंपत्ति निजी बस से लक्ष्मीपुर पहुंचे थे और उन्हें सुुनबेड़ा में पारिवारिक संस्कार में शामिल होना था, लेकिन बंद के चलते वे बीच रास्ते में फंस गए हैं।
कोरापुट और सिमिलिगुड़ा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग तक को बंद कर दिया गया है। भारी वाहन जैसे ट्रक और बसें सड़कों पर खड़ी हैं और आगे बढ़ने का इंतज़ार कर रही हैं।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोरापुट शहर और आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
बंद के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोग काफी परेशान नजर आ रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा।