
अखण्ड भारत के लिए सन्नी चावला की रिपोर्ट :-
केंद्र सरकार ने कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। पहले इन खाद्य तेलों पर शुल्क 20 प्रतिशत था।
सरकार के इस फैसले से खाद्य तेल सस्ता होगा और लोगों को महंगाई से राहत मिलेगी।
वित्त मंत्रालय ने देर रात अधिसूचना जारी कर कहा कि कच्चे पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर से सुमा शुल्क घटाने का फैसला शुक्रवार रात से लागू हो गया है। इस कटौती के बाद तीनों तेलों पर कुल आयात शुल्क 27.5 फीसदी से घटकर 16.5 फीसदी हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि बाजार और उसके सभी प्रतिभागी प्रतिकूल् भू-राजनीतिक स्थिति के साथ साथ वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। कारोबारियों, आयातकों और तेल पेराई मिलों की वित्तीय हालत नाजुक है। आयातक अपनी लागत से कमजोर दाम पर खाद्यतेल बेच रहे हैं।
- उल्लेखनीय है कि भारत अपनी घरेलू खाद्य तेल आवश्यकता का 50 प्रतिशत से अधिक आयात करता है। भारत थाईलैंड, मलेशिया और इंडोनेशिया से पाम तेल आयात करता है जबकि देश में सोयाबीन और सूरजमुखी तेल ब्राजील, रूस, यूक्रेन और अर्जेंटीना से आता है।