
सागर। स्वावलंबी भारत अभियान के तहत युवाओं को व्यावसायिक उद्यमिता के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से ‘हर घर उद्यमी, हर युवा उद्यमी’ विषय पर मंगलवार को मैजेस्टिक प्लाजा में कार्यशाला का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रांत सह समन्वयक कपिल मलैया ने कहा कि युवाओं की आवश्यकता उद्योग है एवं सागर में उद्योग की अपार संभावना है। उद्योग व स्वरोजगार की शुरूआत के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है हौसला और आत्मविश्वास। यह दोनों गुणों को विकसित करने के लिए स्कूली शिक्षा से ही कमाई करना सीखना चाहिए इसलिए हमारा लक्ष्य है कि हर बच्चा पढ़ते-पढ़ते कमाई करना सीखे ताकि उसमें उद्यमिता के गुण विकसित हो सकें। युवा अपने साथियों के साथ 15-20 युवाओं का समूह बनाकर उद्यमिता की चर्चा शुरू करें। हमें आपदा में अवसर को तलाशना चाहिए, भारत विश्व की सर्वाधिक आबादी वाला देश है। यह आबादी आपदा न होकर एक अवसर है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं उद्यमिता प्रारंभ करके नौकरी देने वाला बनना चाहिए।
बैठक में मुख्य अतिथि युवा व्यवसायी जयकुमार जैन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे मन में बहुत काम करने की इच्छा होती है परन्तु डर के कारण न तो हम कुछ कर पाते है न ही कोई निर्णय ले पाते है। सरकार ने सभी सुविधाएँ दी है बस आपको आगे आने की जरूरत है। स्वावलंबी भारत अभियान आपकी मदद के लिए है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे व्यवसायी मनोज़ राय ने युवाओं को व्यवसाय चुनने पर प्राथमिकता देते हुए कहा कि व्यवसाय से जुड़ें सभी मुद्दों पर अच्छे से जानकारी जुटाएं फिर आगे बढ़े तो निश्चित ही सफलता मिलती है। कार्यशाला के अंतिम सत्र में युवाओं की स्वरोजगार से जुडी शकांओं का समाधान किया गया। 100 से अधिक युवाओं ने स्वरोजगार कार्यशाला से जुड़कर लाभ उठाया। बैठक का आभार जिला पूर्णकालिक कार्यकर्ता रविंद्र ठाकुर ने माना।
इस अवसर पर प्रांतपूर्ण कालिक संजय रावत, प्रो आर सी प्रजापति, नवीन सोनी, राजेश गौतम, अधिराज वर्मा, आदित्य विक्रम, योगेश सेन, राजीव तोमर, शुभ शर्मा, रचना पटेल, एकता कोर, हिमांशी पटेल, सृष्टि दुबे आदि उपस्थित थीं।