
आलापुर (अंबेडकरनगर)। खंड शिक्षा रामनगर व जहांगीरगंज के दो-दो परिषदीय विद्यालयों में स्किल लैब विकसित होगी। यहां विभिन्न क्रियाकलापों के माध्यम से छात्र-छात्राओं के सीखने के स्तर को और मजबूत किया जाएगा। योजना के तहत चयनित विद्यालयों के करीब 800 छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्किल लैब के रूप में सरकार विद्यालयों को विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इस दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। स्किल लैब के लिए पहले चरण में शिक्षा खंड रामनगर के कंपोजिट विद्यालय नीबा व मूसेपुर जबकि जहांगीरगंज के कंपोजिट विद्यालय छितौना व देवरिया को चयनित किया गया है। इन विद्यालयों में ”आओ करें और सीखें” कार्यक्रम की शुरूआत होगी। विज्ञान के प्रयोग के साथ ही यहां अन्य विषय को बच्चों को प्रयोगात्मक व रचनात्मक ढंग से सिखाया जाएगा।
इस कार्यक्रम के तहत शिक्षक और प्रशिक्षक बच्चों को चार ट्रेडों में दक्ष करेंगें। कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के छात्र-छात्राओं को गणित और विज्ञान विषय में दक्ष बनाने के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल की मूलभूत प्रौद्योगिकी से परिचित कराया जाएगा, ताकि वे भविष्य में रोजगार के लिए तैयार हो सकें। विद्यालय में संबंधित ट्रेड्स के लैब स्थापित करने के लिए टूल्स, इक्विपमेंट्स, लैब सेटअप मैटीरियल आदि का क्रय जेम पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
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आठ सौ छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभ
लर्निंग बाय डूइंग कार्यक्रम के तहत बच्चों को लैब में बैठाकर शिक्षा दी जाएगी। उन्हें यहां सिखाने पर जोर दिया जाएगा, जिससे उनके मानसिक स्तर को बेहतर किया जा सके। दोनों विकासखंडों से चयनित चार कंपोजिट विद्यालयों के करीब आठ सौ छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।
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तेजी से चल रही प्रक्रिया
बीईओ जहांगीरगंज संतोष पांडेय तथा बीईओ रामनगर शैलजा मिश्रा ने बताया कि शासन का निर्देश मिलने के बाद विद्यालय के चयन की प्रकिय पूरी कर ली गई है। चयनित विद्यालय में प्रयोगशाला की स्थापना, चार ट्रेड से जुड़े संसाधन, किट, लैब से जुड़ी अन्य सामग्री आदि को लेकर प्रक्रिया प्रस्तावित है। कक्ष की मरम्मत, पुताई आदि काम जल्द पूरा होगा। इसमें कंपोजिट ग्रांट का प्रयोग होगा। वर्कशॉप, व गार्डनिंग शामिल है। लैब से जुड़ी अन्य प्रक्रिया टूल्स, किट आदि की कमी जल्द पूरी होगी।