
रीवा में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष त्रियुगी नारायण शुक्ल भगत ने सोमवार को एक सैकड़ा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। साथ ही कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। इस्तीफा देने के बाद जब उनसे भाजपा में जाने की अटकलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी हम लोग एक-दो दिन कहीं नहीं जा रहे हैं। जब ये पूछा गया कि एक-दो दिन बाद किसी दूसरी पार्टी में जा सकते हैं तो उन्होंने कहा कि भविष्य में कुछ भी हो सकता है। बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव भाजपा प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करवाने के लिए रीवा आ रहे हैं। इसलिए उनके आने के एक दिन पहले बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस्तीफे से संभावना जताई जा रही थी कि ये सभी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
मध्यप्रदेश में जब से लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई है, तब से लेकर अब तक लागातार सियासी भूचाल मचा हुआ है। चुनावी उठापटक के बीच नेताओं के दलबदल और इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता लगातार थोक के भाव में बीजेपी का दामन थाम रहे हैं। अगर बात की जाए मध्यप्रदेश के रीवा जिले की तो लोकसभा चुनाव का आगाज होते ही यहां पर अब तक 600 से अधिक कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व जिला ग्रामीण अध्यक्ष अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब अटकलें हैं कि ये कांग्रेसी मंगलवार को रीवा में सीएम मोहन यादव के हाथों बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं।