
सिद्धार्थनगर। जिले में गेहूं क्रय केंद्र सक्रिय हो चुके है, खरीद प्रक्रिया के तहत किसानों को गेहूं की बिक्री के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। अब तक 1545 किसानों ने अपनी उपज गेहूं की बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है। जिले में गेहूं खरीद के लिए 134 गेहूं क्रय केंद्र स्वीकृत है, जिनमें 112 केंद्र स्थापित हो चुके है। जबकि जिले में 90 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है। क्रय केंद्रों पर किसानों का पंजीकरण शुरू हो गया है।
किसानों से गेहूं खरीद के लिए सरकार की तरफ से 2275 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए क्षेत्र के किसानों को संबंधित गेहूं क्रय केेंद्र पर खेत की खतौनी, आधार व बैंक खाता के साथ पंजीकरण कराना होगा। इनके नाम एवं भूमि सत्यापन के बाद उन्हें केंद्र पर उपज पहुंचाकर तौल कराना होगा। इसके बाद उनके बैंक खाते में गेहूं के मूल्य का भुगतान होगा। क्रय केंद्रों पर पंजीकरण कार्य शुरू हो गया है। इसके तहत अब तक 1545 किसानों ने गेहूं बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें डुमरियागंज तहसील से सर्वाधिक 517 किसान, इटवा से 320, बांसी 268, नौगढ़ से 236 व शोहरतगढ़ से 204 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें 125 किसानों का सत्यापन लंबित है।
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पिछले वर्ष बहुत कम हुआ था खरीद
विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष खुले बाजार दर से सरकार की तरफ से घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य कम होने से खरीदारी बहुत कम हुआ था। यहां तक कि गेहूं बिक्री के लिए बहुत कम किसान क्रय केंद्रों का रुख किए। पिछले वर्ष भी 90 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष मात्र 535 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी। जो लक्ष्य के सापेक्ष .59 प्रतिशत ही खरीद हुई है।
गेहूं क्रय केंद्र सक्रिय हो गए है, जिन किसानों को अपनी उपज की बिक्री करनी है, उन्हें संबंधित क्रय केंद्र पर पंजीकरण करा लेना चाहिए।
-गोरखनाथ, डिप्टी आरएमओ