
गांव आंतरोली कलां में बाबूलाल दुर्गालाल जुगल किशोर एवं समस्त खटोड़ व्यास दाधीच परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ मे आज चतुर्थ दिवस को कथा व्यास पूज्य श्री पुरुषोत्तम जी दाधीच ( दिलढ़ानी वाले) ने भागवत प्रेमियों को अपने श्री मुख से श्रीमद् भागवत कथा का अमृतपान करवाया । कथा में आज गजेंद्र मोक्ष, वामन अवतार एवं कृष्ण जन्मोत्सव खूब धूमधाम से मनाया गया । कथा में मनोहारी सुन्दर झांकियों के दर्शन कर सभी भागवत प्रेमियों ने अभूतपूर्व आनन्द की अनुभूति कर अपने आपको धन्य महसूस किया ।कथा व्यास जी ने बताया कि इस संसार में जो भगवान का भजन न कर सके, वह सबसे बड़ा भाग्यहीन है। भगवान इस धरती पर बार-बार इसलिए अवतार लेते हैं ताकि हम उनकी लीलाओं से शिक्षा ग्रहण करके अपने इहलोक और परलोक को सुधार सकें। व्यक्ति इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है। इसलिए अच्छे कर्म करो। भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भागवत की कथा सुनो।
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