
सरायपाली, 5 नवंबर 2025 — विगत कई दिनों से सुर्खियों में रहने वाले तथाकथित योग्य, या यूं कहें योग्य नहीं अति योग्य प्राचार्य जिन्होंने अब तक जिला शिक्षा अधिकारी महोदय के कलेक्टर अनुमोदित आदेश का पालन नहीं किया, वोक् महान हस्ती मनोज पटेल ने शासकीय आदेशों और नियमों की खुलेआम अवहेलना कर अपना असली मंसुबा उजागर कर दिया है। उनके इस कृत्य से न केवल शिक्षा व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुंची है, बल्कि प्रशासनिक अनुशासन की भी धज्जियां उड़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, मनोज पटेल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई बार शासकीय निर्देशों की अनदेखी की है, जिससे विद्यालय के सुचारू संचालन में बाधा उत्पन्न हुई है। उनकी इस गैरजिम्मेदाराना हरकत से छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में भारी असंतोष व्याप्त है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की अवहेलना न केवल प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। ऐसे में मनोज पटेल के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी अधिकारी द्वारा इस प्रकार की लापरवाही न हो।
शासन और संबंधित विभागों से मांग की जा रही है कि वे इस मामले की गंभीरता को समझते हुए मनोज पटेल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन बहाल करें।