
मौसम में अचानक बदलाव से किसानों की बढ़ी चिंता
संवाददाता। रणजीत कुमार। जहानाबाद। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का जहानाबाद में शनिवार को भी असर दिखा। पूरी दिन बारिश जारी रही। बुधवार सुबह से ही आसमान में बादलों का डेरा बनी हुई है। सुबह हुई बूंदाबांदी और ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। तापमान में करीब दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। सूरज दिन भर बादलों में छिपा रहा, और हल्की बारिश ने अक्टूबर के अंत में ही ठंड का अहसास करा दिया। सुबह से काले बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर हल्की फुहारें पड़ती रही, वहीं शाम तक सभी इलाको में भी बारिश जारी रही। दिनभर 12 से 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती रही।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों तक मोंथा चक्रवात का असर जिले समेत उत्तर-पश्चिमी बिहार के जिलों में रहेगी। इस दौरान तेज हवा, वज्रपात और हल्की से भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि फसल की कटाई और मड़ाई कुछ दिनों के लिए रोक दें और कटी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें। बारिश के कारण खेतों में खराब हुए फसल। धान की फसल पर संकट, आलू-लहसुन की बुआई रुकी मौसम में अचानक बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। इस समय जिले में धान की कटाई चल रही है। कई किसानों की फसल खेतों में सुखाने के लिए पड़ी थी, जो बारिश से भीग गई। इससे फफूंदी और दानों के काले पड़ने का खतरा बढ़ गया है। किसानो ने बताया कि हम लोग धान सुखा रहे थे, लेकिन अचानक मौसम बिगड़ गया। अब अगर दो-तीन दिन धूप नहीं निकली तो पूरा नुकसान हो जाएगा। बताया कि लहसुन की बुआई की थी, अगर बारिश जारी रही तो सड़ जाएगी। कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि फिलहाल नुकसान सीमित है, पर यह स्थिति दो दिन और बनी रही तो धान की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।