
2 सितंबर को बुढ़वा मंगल महोत्सव मनाया जाएगा, मंदिरों पर तैयारी हो गई शुरू ,हजारों भक्त पैदल यात्रा कर पहुंचते हैं दंदरौआ धाम डॉक्टर हनुमान जी के पास, प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों पर उमड़ेगी आस्था की भीड़
पोरसा ,,,,,,, 2 सितंबर को मनाया जाएगा बड़वा मंगल महोत्सव प्रत्येक मंदिर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं सबसे ज्यादा मान्यता दंदरौआ धाम की होती है जहां डॉक्टर हनुमान के दर्शन करने के लिए अंबा और पोरसा से हजारों की तादाद में भक्त पैदल यात्रा करते हैं तथा मन्नत की अर्जी लगाते हैं स्थानीय मंदिरों में मंदिर की सजावट तथा भगवान हनुमान जी के श्रृंगार की तैयारी चालू है ,श्रीनागाजी मंदिर में प्रभारी महंत शिव चरण दास महाराज के सानिध्य में ,,,भगवान गोवर्धन गिरिराज जी महाराज के मंदिर पर महंत रामकिशोर दास शास्त्री के सानिध्य में,में गणेश मंदिर पर आचार्य आनंद शास्त्री के सानिध्य में ,लक्ष्मी नारायण मंदिर पर पुजारी रामसेवक शर्मा के सानिध्य में, राधा कृष्ण मंदिर में पुजारी राम अवतार शर्मा के सानिध्य में ,बालाजी मंदिर पुराने थाने पर बाबा राजेंद्र प्रसाद के सानिध्य में,बंशीवाले मंदिर पर पुजारी अवतार वन बाबा के सानिध्य में इसी प्रकार सभी मंदिरों पर तैयारी चालू है
,,हिंदू धर्म में आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम दर्शाने वाला पर्व बुढ़वा मंगल इस वर्ष 2 सितंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर इलाके के प्रमुख एवं प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बुढ़वा मंगल पर हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना करने से कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। बुढ़वा मंगल का पर्व प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम ने सीता माता को रावण से मुक्त कर अयोध्या लौटने की तैयारी प्रारंभ की थी और इस अवसर पर श्रीहनुमान जी को विशेष आशीर्वाद प्रदान किया था। तभी से यह पर्व हनुमान भक्ति के रूप में लोकप्रिय हुआ और इसे बुढ़वा मंगल कहा जाने लगा।