
अलीगढ़ न्यूज़
मण्डल के सभी जिलों के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में 25 अगस्त से चलेगा 15 दिवसीय स्वच्छता एवं स्वच्छ पेयजल अभियान
मण्डलायुक्त 28 अगस्त को मण्डलीय बैठक में करेंगी समीक्षा
अलीगढ़ 22 अगस्त 2025 अपनी जनहित कार्यशैली एवं मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप शासन-प्रशासन चलाने में अपनी तेज तर्रार शैली के अन्तर्गत नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली मौसमी बीमारियों के प्रभावी रोकथाम के लिए आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ श्रीमती संगीता सिंह बेहद संवेदनशील हैं। उन्होंने सभी नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों के स्तर पर 15 दिवसीय साफ-सफाई एवं शुद्ध पेयजल आपूर्ति सहित आम नागरिकों तक बेहतर से बेहतर चिकित्सा सेवा पहुँचाने के लिए सभी जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, अपर निदेशक चिकित्सा एवं उपनिदेशक पंचायतीराज विभाग को 25 अगस्त से 14 सितम्बर तक अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
साफ-सफाई एवं स्वच्छता अभियान:
मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि मण्डल के सभी जिलों की नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई अभियान के अन्तर्गत नियमित रूप से दो पालियों में रोस्टर बनाकर सफाई अभियान चलाया जाये। इसके लिए निकाय एवं ब्लॉक स्तर पर सम्पूर्ण कार्य योजना 24 अगस्त तक तैयार करते हुए अभियान की रूपरेखा तैयार कर ली जाये। अलीगढ़ शहरी क्षेत्र में नगर आयुक्त एवं नगर पालिका व नगर पंचायतों के अभियान की समीक्षा प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय द्वारा की जायेगी। ग्राम पंचायतों में चलाये जाने वाले अभियान के लिए ब्लॉक स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी अभियान की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि अभियान में यह भी सुनिश्चित किया जाये कि नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य मार्ग, सड़क किनारे कूड़ा डम्प ना किया जाये और पूर्व से डमप किये गये कूड़े का निस्तारण कराते हुए ऐसे स्थलों को कूड़ा विलोपित स्थल घोषित करते हुए वहाँ पर स्थाई रूप से ऐसी व्यवस्थाएं कर दी जाये। जिससे वहाँ पर भविष्य में कूड़े को डम्प ना किया जा सके।
शुद्ध पेयजल आपूर्ति:
नगरीय निकायों द्वारा नागरिकों को दी जाने वाली पेयजल आपूर्ति के नियमित क्लोरीनेशन के लिए जल आपूर्ति नलकूपों पर इलैक्ट्रोनिक डोजर की स्थापना सुनिश्चित करते हुए खराब डोजरों को आगामी 03 दिवस के भीतर सही करा लिया जाये। नलकूप एवं स्टोर में पर्याप्त क्लोरीन सोल्यूशन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। शुद्ध जल आपूर्ति के नियमित परीक्षण के लिए निकाय के सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के साथ निकाय क्षेत्र में स्थित सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सक्षम अधिकारी व कर्मचारी को नामित करते हुए समय-समय पर पानी के सेम्पल जिसमें निकाय के वार्ड पार्षद एवं सभासद के संयुक्त हस्ताक्षर से सक्षम प्रयोगशाला भेजकर परीक्षण कराया जाये। निकाय के अधिकारियों द्वारा स्वयं भी यह सुनिश्चित किया जाये कि निकायों में नियमति क्लोरीनेशन हो रहा है। इसके लिए सम्बन्धित पंजीका एवं स्टॉक बुक पर नियमित रूप से निकाय के अधिशासी अधिकारी द्वारा सत्यापन भी किया जाये। निकायों में सफाई व पेयजल सम्बन्धी कार्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आम नागरिकों को सड़क पर कूड़ा फेंकने एवं गन्दगी को रोकने व जल की बर्वादी ना करने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाकर सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार भी किया जाये।
चिकित्सा विभाग:
नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग द्वारा सभी संवेदनशील स्थानों पर आम नागरिकों का चिकित्सकीय परीक्षण एवं वैक्टर जनित संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से चलाया जाये। आवश्यकतानुसार नागरिकों को एंटी बॉडी एवं अन्य दवाओं का वितरण किया जाये। समय-समय पर विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जन सहयोग के माध्यम से स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते हुए बीमारियों से बचाव के लिए ’’क्या करें-क्या ना करें’’ का प्रचार-प्रसार भी कराया जाये। सभी ब्लॉक, तहसील व जिलास्तरीय सरकारी अस्पतालों में ओपीडी एवं इमरजेन्सी स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखा जाये। कहीं से भी बीमारी फैलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय होकर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
आयुक्त द्वारा अभियान की साप्ताहिक समीक्षा नगर आयुक्त, समस्त प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय, जिला पंचायत राज अधिकारी को साप्ताहिक रूप से करते हुए अवगत कराने की अपेक्षा की गई है। इसके अतिरिक्त मण्डलायुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों से अभियान में पूर्ण मनोयोग से कार्य करने और मण्डल को स्वच्छ, सुन्दर एवं स्वस्थ बनाने के लिए अभियान को सार्थक बनाये जाने के निर्देश दिए हैं। मण्डलायुक्त ने बताया कि अभियान की समीक्षा 28 अगस्त को आहुत होने वाली नगरीय निकायों की मण्डलीय बैठक में की जायेगी।