
शिक्षा मंत्री एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा में संस्कारों का समावेश आवश्यक है, संस्कारों की न्यूनता नुकसानदायक है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने शिक्षक, माता पिता व भाई बहनों को आदर्श बनाकर उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यार्थी सू-संगत अपनाएं, बौद्धिक क्षमता का विकास कर देश की प्रगति में सहायक बने।
दिलावर शुक्रवार को कोटपुतली बहरोड़ जिले के ग्राम भीटेडा स्थित बाबा खेतानाथ महिला विद्यापीठ में सेठ राज नारायण गुप्ता महिला विधि महाविद्यालय के प्रथम तल का शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान विधायक बहरोड़ डॉ. जसवंत यादव, पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव, बहरोड़ प्रधान सरोज बस्ती राम, नीमराना प्रधान संतोष बलवान, अध्यक्ष शिक्षा प्रसार समिति स्वामी शुभनाथ, भामाशाह राजेश गुप्ता, मुकेश गुप्ता एवं श्रीधर गुप्ता एवं सेठ परिवार सदस्य सहित महाविद्यालय की बालिकाएं एवं आमजन उपस्थित रहे।
शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालय का शिलान्यास कर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे पढ़-लिखकर देश की उन्नति में भागीदार बनेंगे तो निश्चित रूप से विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे संस्कार के साथ शिक्षा भी प्राप्त कर रहे हैं आगे चलकर वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी, व्यापारी, पुलिस व सेना में सेवाऐं देकर अच्छे पदों पर पहुंचे इसी सोच के साथ राज्य सरकार भी सभी वर्गों के उत्थान के लिए प्रयासरत है। उन्होंने महाविद्यालय के विकास हेतु भामाशाह परिवार द्वारा दिए जाने वाले सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी वर्गों के विकास से ही भारत आगे बढ़ेगा, भामाशाहों के सहयोग से विद्यार्थियों को घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा, स्थानीय स्तर पर ही उच्च शिक्षा प्राप्त की जा सकेगी।
कार्यक्रम के दौरान दिलावर ने महाविद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम एवं मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया एवं आमजन को अधिकाधिक पेड़ लगाने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पिछले वर्ष 7 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए गए एवं इस वर्ष अभियान के तहत लक्ष्यानुरूप 10 करोड़ वृक्ष लगाए जा रहे हैं। जिसमे से शिक्षा एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा 7.5 करोड़ पौधे लगाए भी जा चुके हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से 300 पौधे व शिक्षक से प्रति दिवस 15 पौधे लगाने का आव्हान किया।