
✍️✍️✍️✍️✍️अखंड भारत न्यूज़ जियाउद्दीन अंसारी
शहडोल में फुटबॉल के प्रति युवाओं के जुनून को एक नई दिशा मिल रही है। रिलायंस सीबीएम परियोजना, मध्य प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन की अनुशंसा पर, रिलायंस फाउंडेशन और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के सहयोग से 24 चयनित युवाओं के लिए एक छह दिवसीय डी-लाइसेंस फुटबॉल कोच प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह प्रशिक्षण पूरी तरह से निःशुल्क है और इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना है ताकि वे राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फुटबॉल कोच बन सकें।
सहायक संचालक खेल और एनआईएस कोच, श्री रईस अहमद ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम रिलायंस फाउंडेशन क्लब, शहडोल के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि शहडोल जिले में खेलों के माध्यम से सामाजिक विकास और युवाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान तब मिली, जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने शहडोल प्रवास के दौरान ‘फुटबॉल क्रांति’ और “विचारपुर मिनी ब्राजील” के रूप में स्थानीय फुटबॉल कार्यक्रम की सराहना की। प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम और एक अमेरिकी पॉडकास्टर से बातचीत के दौरान भी इस पहल का जिक्र किया था।
रिलायंस सीबीएम के सीएसआर हेड श्री राजीव श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि जिले के 13 स्कूलों में पहले से ही फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र संचालित हैं, जहाँ 400 से अधिक बच्चे ई-लाइसेंस कोचों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। यह डी-लाइसेंस प्रशिक्षण केवल कोचिंग सर्टिफिकेट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह युवाओं को आत्मनिर्भर बनने, रोजगार के अवसर प्राप्त करने और नेतृत्व कौशल विकसित करने का एक सशक्त माध्यम है।
इस अवसर पर बेंगलुरु से आए कोच एजुकेटर श्री शिवा ने शहडोल में फुटबॉल की गहरी संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से युवाओं को तकनीकी और व्यवहारिक दोनों रूपों में एक प्रभावी कोच के रूप में विकसित किया जा सकेगा। इस कार्यक्रम में डॉ. शमीम खान और खेल समन्वयक श्री अश्वनी शर्मा भी उपस्थित रहे।