
✍️✍️✍️✍️✍️अखंड भारत न्यूज़ जियाउद्दीन अंसारी
मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी, भौंरी में प्रशिक्षणरत 43वें बैच के 17 प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक इन दिनों अपने व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए शहडोल जिले में हैं। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य उन्हें जमीनी स्तर की पुलिसिंग, प्रशासनिक प्रबंधन, और नेतृत्व कौशल से अवगत कराना है।
शहडोल के पुलिस अधीक्षक श्री रामजी श्रीवास्तव इन प्रशिक्षुओं को सेवा पूर्व के उपयोगी अनुभव और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:
* विभागीय जांच की प्रक्रिया
* माइनर एक्ट्स (जैसे एससी-एसटी, आर्म्स, जुआ, गोवंश अधिनियम)
* मुखबिर तंत्र का विकास
* अधीनस्थों से संवाद और विश्वास निर्माण
* ऑफिसर इंचार्ज की भूमिका
* मानव संसाधन प्रबंधन
* राजनीतिक हस्तक्षेप से निपटना
* तकनीकी सुपरविजन
* पब्लिक रिलेशन और मीडिया से संवाद
* आईएसओ प्रमाणीकरण
* घटनास्थल की प्राथमिकता
* प्रशिक्षण से अधिकतम सीखने की रणनीति
13 जुलाई को, इन प्रशिक्षु अधिकारियों ने थाना कोतवाली शहडोल का दौरा किया। उन्होंने थाने की कार्यप्रणाली, रिकॉर्ड संधारण, विवेचना, और जनसुनवाई की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान, उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन और पुलिस अधीक्षक शहडोल से विस्तृत मार्गदर्शन भी प्राप्त किया।
यह व्यावहारिक प्रशिक्षण इन युवा अधिकारियों को पुलिस सेवा में आने से पहले ही महत्वपूर्ण अनुभव और ज्ञान प्रदान कर रहा है, जिससे वे भविष्य में बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें।