
*राज और उद्धव ठाकरे 20 साल बाद एक मंच पर आए।
👉 ठाकरे बंधुओं ने मराठी-हिंदी भाषा विवाद पर बात की और सुलह के संकेत दिए।
👉 राज ठाकरे ने चेतावनी दी: “मराठी के नाम पर कोई नाटक करे, तो कान के नीचे मारो, पर वीडियो मत बनाओ।”
👉 उद्धव ठाकरे ने हिंदी थोपे जाने पर विरोध जताया और कहा: “अगर हिंदी थोपी गई तो हम सड़क पर उतरेंगे।”
👉 *यह रैली वर्ली में हुई, जहाँ पहली से पाँचवीं कक्षा तक हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पढ़ाने का आदेश वापस लेने पर जश्न मनाया गया।*