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उधारी का पैसा नहीं मिलने पर युवक ने जहर सेवन कर दी जान

उधारी का पैसा नहीं मिलने पर युवक ने जहर सेवन कर दी जान

रिपोर्ट प्रशान्त पटेल

बलौदा बाजार:* गिधौरी थाना के नगर पंचायत टुण्डरा में गुरुवार शाम को एक युवक ने उधारी में दिए गए पैसे को बार-बार मांगने के बावजूद न मिलने कारण परेशान होकर जहर सेवन कर जान दे दी। युवक ने बाकायदा 20 रुपये के स्टाम्प पेपर पर अपनी आपबीती लिखकर सुसाइड नोट छोड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार, टुण्डरा निवासी जीवनलाल (30 वर्ष), पिता छोटकुराम देवांगन, ने गांव के कई लोगों को दोस्ती में उधार दिया था। जब उसे पैसे की जरूरत पड़ी और उसने अपना पैसा मांगा, तो उसे पैसा नहीं मिला। इससे परेशान होकर जीवनलाल ने गुरुवार शाम को बाहर से जहर सेवन कर घर पहुंचा। रात में युवक की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे कसडोल अस्पताल ले जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

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शुक्रवार को जीवनलाल के परिजन और सैकड़ों लोग गिधौरी थाने पहुंचे और सुसाइड नोट में लिखे गए व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। मृतक के बड़े भाई चैतराम देवांगन ने गिधौरी में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। आवेदन में बताया गया कि आशीष कुमार, पिता दरसराम साहू, और टुण्डरा निवासी कमलेश जांगडे ने जीवनलाल से उधार लिया था और पैसे वापस न देने के कारण उसे प्रताड़ित किया। इस मानसिक तनाव के कारण जीवनलाल ने जहर सेवन किया। परिजनों ने उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

थाना प्रभारी का कहना है कि सुसाइड नोट की जांच राइटिंग एक्सपर्ट से करवाई जाएगी, जिससे पता चलेगा कि नोट किसने लिखा है। यदि सुसाइड नोट जीवनलाल का ही है, तो आगे की जांच होगी।

*सुसाइड नोट का अंश:*

“मैं जीवनलाल देवांगन पूरे होशो हवास में लिख रहा हूं कि मैंने जिंदगी में गलती की है दूसरों पर भरोसा करके, और इस भरोसे ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैंने कमलेश कुमार जांगड़े को एक लाख रुपये नकद दिए हैं। मेरे पास परसराम रात्रे के 50 हजार रुपये बकाया हैं, जो भी कमलेश को देना है। मैंने अपना घर बेचकर उसे पैसा दिया, लेकिन वह मुझे वापस नहीं दे रहा है। मैं बहुत परेशान और टूट चुका हूं, इसलिए मैं अपनी जान देने जा रहा हूं। मेरे पास कमलेश को दिए पैसों का कोई लिखित प्रमाण नहीं है, क्योंकि मैंने उसे दोस्ती में दिए थे। डॉ. आशीष साहू को मैंने 40 हजार रुपये नगद दिए हैं, जो मैंने फोन पर भी किया है। आप मेरे मोबाइल पर चेक कर सकते हैं। मेरी मौत ही सबसे बड़ा सबूत है। मेरे बड़े भाई से प्रार्थना है कि मां का ध्यान रखें, यही मेरी अंतिम इच्छा है। सभी परिवार वाले मुझे माफ करें, मुझे कोई समस्या नहीं है। घर में शादी है, मेरे मरने के बाद इसे मत रोकना, जैसे भी हो उसे अच्छे से सम्पन्न करना। अलविदा सभी को।”

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