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पीलीभीत जिले में पिछले सप्ताह को सुबह से ही तेज लूं के चलते लोग परेशान नजर आए। वहीं दोपहर होने तक अधिकतम तापमान बढ़कर 43 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। गर्मी के साथ-साथ उमस ने लोगों की परेशानी और भी बढ़ा दी। दिनभर लोग गर्मी से परेशान होते रहे, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल सकी। उमस के चलते कूलर भी गर्मी से राहत दिलाने में नाकाम रहे।
सड़कों पर भी गर्मी के चलते लोग परेशान नजर आए। जल्द से जल्द लोग अपने घर पहुंचने की कोशिश में रहे। शाम को भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही। क्योंकी दिन में तेज धूप के चलते गर्मी बहुत ज्यादा है अब लोगों को केवल बारिश से ही राहत मिलने की उम्मीद है। लेकिन इस सप्ताह बारिश की उम्मीद कम ही है।
गर्मी और तेज धूप के चलते खेतों में खड़ी फसलें भी सूख रही हैं। वर्तमान में खेतों में गन्ने, उर्द, मूंग के साथ ही मक्का की फसल खड़ी फसलें सूख रहीं है। फसलों को गर्मी से बचाने के लिए किसानों को निजी संसाधनों से जल्दी-जल्दी सिंचाई करनी पड़ रही है। किसान डीजल फूंककर हताश-परेशान हो रहें हैं इससे उन पर आर्थिक बोझ अधिक पड़ रहा है।ईभले ही अभी अप्रैल माह ही चल रहा है लेकिन हालात ये हैं कि नौ तपा जैसी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लू बहुत जल्दी चपेट ले रही है। डायटिशिनयन आकांक्षा गुप्ता कहती हैं कि वैसे तो गर्मी, धूप और लू से बचने के लिए आप कई तरह से सतर्क रहते हैं और इनसे बचने का पूरा प्रयास भी करते हैं। लेकिन इन सभी के बावजूद अगर आपको लू लग जाए, या फिर शरीर में गर्मी अधिक बढ़ जाने पर आप बीमार महसूस करें, तो यह उपाय आपको जरूर आजमाने चाहिए।
*सरकार के निर्देश दिए हैं कि*
धूप में बाहर निकलते समय अपना सिर जरूर ढक कर रखें.
पर्याप्त और नियमित अंतराल में पानी पीते रहें.अधिक तापमान में किसान ज्यादा शारीरिक श्रम कम करें।
,,,,,,लेकिन मजबूर किसान खेती करने को मजबूर हैं।,,,,
बढ़ती गर्मी और तेज़ लूं और धूप में किसान को खेत में जाना अति आवश्यक है खेतों में सिंचाई हो रही है गन्ने की गुड़ाई किसान परेशान है पीलीभीत नहरी पानी से कुछ किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी गई है लेकिन डीजल फूंककर धान की रोपाई करने वाले किसानों को बारिश का इन्तजार कर रहे हैं
किसान सिंचाई करते करते परेशान हैं। गर्मी से पौधा भी सूखने लगा है। बीच-बीच में बिजली की कटौती से किसानों को विद्युत चालित पंप से भी पटवन करने में परेशानी हो रही है। वहीं, पौधा भी सूखने लगा है। जबकि मौसम के रुख को देख फसल के उत्पादन पर पड़ने वाले असर से भी किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। मूंग एवं उर्द गन्ने एवं हरी सब्जियां एवं बगिया बगीचे की खेती को बारिश ना होने से भी पहुंच रहा नुकसान वहीं, मूंग एवं उर्द गन्ने बाग बगीचे की फसल को भी गर्मी से व्यापक पैमाने पर नुकसान हो रहा है। पीलीभीत में खासकर धान एवं गन्ने की कृषि अधिक होती है। छोटे किसान हरी सब्जियां एवं मूंग चना उर्द की खेती की जाती है
जबकि गेहूं की कटाई के बाद किसान खेत में गन्ने एवं मूंग एवं सब्जी की कृषि करते हैं। मौसम में बदलाव के बाद कई दिनों से किसान बारिश का आसार देख रहे हैं, लेकिन इंद्र देव बरसने का नाम ही नहीं ले रहा है। गर्मी एवं धूप से विभिन्न साग-सब्जी की फसल भी प्रभावित हो रही है।*पीलीभीत पूरनपुर हर दिन बढ़ती गर्मी से किसान परेशान सूख रहीं हैं गन्ने एवं अन्य फ़सल*
पीलीभीत जिले में पिछले सप्ताह को सुबह से ही तेज लूं के चलते लोग परेशान नजर आए। वहीं दोपहर होने तक अधिकतम तापमान बढ़कर 43 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। गर्मी के साथ-साथ उमस ने लोगों की परेशानी और भी बढ़ा दी। दिनभर लोग गर्मी से परेशान होते रहे, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल सकी। उमस के चलते कूलर भी गर्मी से राहत दिलाने में नाकाम रहे।
सड़कों पर भी गर्मी के चलते लोग परेशान नजर आए। जल्द से जल्द लोग अपने घर पहुंचने की कोशिश में रहे। शाम को भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही। क्योंकी दिन में तेज धूप के चलते गर्मी बहुत ज्यादा है अब लोगों को केवल बारिश से ही राहत मिलने की उम्मीद है। लेकिन इस सप्ताह बारिश की उम्मीद कम ही है।
गर्मी और तेज धूप के चलते खेतों में खड़ी फसलें भी सूख रही हैं। वर्तमान में खेतों में गन्ने, उर्द, मूंग के साथ ही मक्का की फसल खड़ी फसलें सूख रहीं है। फसलों को गर्मी से बचाने के लिए किसानों को निजी संसाधनों से जल्दी-जल्दी सिंचाई करनी पड़ रही है। किसान डीजल फूंककर हताश-परेशान हो रहें हैं इससे उन पर आर्थिक बोझ अधिक पड़ रहा है।ईभले ही अभी अप्रैल माह ही चल रहा है लेकिन हालात ये हैं कि नौ तपा जैसी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लू बहुत जल्दी चपेट ले रही है। डायटिशिनयन आकांक्षा गुप्ता कहती हैं कि वैसे तो गर्मी, धूप और लू से बचने के लिए आप कई तरह से सतर्क रहते हैं और इनसे बचने का पूरा प्रयास भी करते हैं। लेकिन इन सभी के बावजूद अगर आपको लू लग जाए, या फिर शरीर में गर्मी अधिक बढ़ जाने पर आप बीमार महसूस करें, तो यह उपाय आपको जरूर आजमाने चाहिए।
*सरकार के निर्देश दिए हैं कि*
धूप में बाहर निकलते समय अपना सिर जरूर ढक कर रखें.
पर्याप्त और नियमित अंतराल में पानी पीते रहें.अधिक तापमान में किसान ज्यादा शारीरिक श्रम कम करें।
,,,,,,लेकिन मजबूर किसान खेती करने को मजबूर हैं।,,,,
बढ़ती गर्मी और तेज़ लूं और धूप में किसान को खेत में जाना अति आवश्यक है खेतों में सिंचाई हो रही है गन्ने की गुड़ाई किसान परेशान है पीलीभीत नहरी पानी से कुछ किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी गई है लेकिन डीजल फूंककर धान की रोपाई करने वाले किसानों को बारिश का इन्तजार कर रहे हैं
किसान सिंचाई करते करते परेशान हैं। गर्मी से पौधा भी सूखने लगा है। बीच-बीच में बिजली की कटौती से किसानों को विद्युत चालित पंप से भी पटवन करने में परेशानी हो रही है। वहीं, पौधा भी सूखने लगा है। जबकि मौसम के रुख को देख फसल के उत्पादन पर पड़ने वाले असर से भी किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। मूंग एवं उर्द गन्ने एवं हरी सब्जियां एवं बगिया बगीचे की खेती को बारिश ना होने से भी पहुंच रहा नुकसान वहीं, मूंग एवं उर्द गन्ने बाग बगीचे की फसल को भी गर्मी से व्यापक पैमाने पर नुकसान हो रहा है। पीलीभीत में खासकर धान एवं गन्ने की कृषि अधिक होती है। छोटे किसान हरी सब्जियां एवं मूंग चना उर्द की खेती की जाती है
जबकि गेहूं की कटाई के बाद किसान खेत में गन्ने एवं मूंग एवं सब्जी की कृषि करते हैं। मौसम में बदलाव के बाद कई दिनों से किसान बारिश का आसार देख रहे हैं, लेकिन इंद्र देव बरसने का नाम ही नहीं ले रहा है। गर्मी एवं धूप से विभिन्न साग-सब्जी की फसल भी प्रभावित हो रही है।रहें.अधिक