
- डीएम की अध्यक्षता में डीसीसी व डीएलआरसी की हुई बैठक, गैर हाजिर बैंक कर्मियों को कारण बताओ नोटिस
फतेहपुर 18 जून। जिला सलाहकार समिति (डीसीसी) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती सी. इंदुमती की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले पंजाब एंड सिंध बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक एवं एचडीएफसी बैंक के जिला समन्वयकों को कारण बताओ नोटिस भेजने के निर्देश संबंधित को दिए गए।
उन्होंने ऋण-जमानुपात को प्रदेश स्तर के अनुरूप लाने के लिए सभी बैंकों विशेष रूप से 58% से कम ऋण-जमानुपात वाले सभी बैंकों जिनमें मुख्य रूप से भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया एवं आईडीबीआई बैंक को पत्र जारी कर इस सम्बन्ध में अपने ऋण जमानुपात को बढाने के लिये कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए । वार्षिक ऋण योजना 2023-24 के अनुपालन में जिलाधिकारी ने भारतीय स्टेट बैंक, इडियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा, पंजाब एंड सिंध बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक एवं आईडीबीआई बैंक को कृषि आधारित ऋण के वितरण पर विशेष ध्यान देकर आवंटित लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में जो बैंक लक्ष्य से काफी पीछे हैं उनको अपने लक्ष्य को यथाशीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिए । उन्होंने वार्षिक ऋण योजना 2024-25 के लक्ष्यों में विगत वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर नाबार्ड एवं बैंकों के साथ समन्वय स्थापित करके आवश्यकतानुसार संशोधन करने के लिये निर्देशित किया। खादी ग्रामोद्योग विभाग की मुख्यमंत्री माटीकला योजना के बैंकों में लंबित पड़े आवेदनों का निस्तारण कर शीघ्र लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए । उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक एवं बैंक ऑफ़ बड़ौदा के साथ ही अन्य सभी बैंकों को सरकार प्रायोजित योजनाओं के ससमय निस्तारण के लिए विशेष ध्यान देते हुए अपने समस्त लंबित आवेदनों को तत्काल स्वीकृत/वितरित करने के निर्देश दिए एवं विभागों द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के अंतर्गत निरस्त किये गए आवेदनों की सूची उपलब्ध कर उनकी समीक्षा करने के लिए निर्देश दिए। जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति के प्रस्तावों की समीक्षा कर संस्थान द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आजीविका से जोड़ते हुए मत्स्यपालन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाते हुए इसके प्रचार प्रसार पर विशेष बल देने को कहा।
अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक कुमार पाण्डेय ने एजेंडे के अनुसार बैठक का संचालन करते हुए बताया कि जिले का ऋण-जमानुपात वर्तमान में 48.48% है जो कि प्रदेश के ऋण-जमानुपात 58.72% से कम है |
बैठक में उपस्थित उपायुक्त उद्योग श्री अन्जनीश प्रताप सिंह ने अपने विभागों द्वारा संचालित सरकार प्रायोजित विभिन्न कल्याणपरक योजनाओं यथा पीएमईजीपी, एमवाईएसवाई, ओडीओपी के लक्ष्य प्राप्ति के बारे में जानकारी दी।
बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान रामपुर थरियांव के निदेशक प्रतीक शर्मा ने अपने संस्थान की जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति का प्रस्ताव भी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अविनाश त्रिपाठी, भारतीय रिज़र्व बैंक लखनऊ से आये अधिकारी ऋषभ सक्सेना , डीसी एनआरएलएम अशोक कुमार गुप्ता, उप-निदेशक कृषि राममिलन सिंह परिहार, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, जिला सूचना अधिकारी आर0एस0 वर्मा, नाबार्ड के डीडीएम श्री प्रसून चंद्रा, अग्रणी बैंक से गौरव त्रिपाठी के अलावा बैंकों के जिला समन्वयकों में मुकुंद सिन्हा, महेश कुमार, अनिल कुमार, गोपाल त्रिवेदी, संकल्प शक्ति आदि उपस्थित रहे।
*डीएम की अध्यक्षता में डीसीसी व डीएलआरसी की हुई बैठक, गैर हाजिर बैंक कर्मियों को कारण बताओ नोटिस*
फतेहपुर 18 जून। जिला सलाहकार समिति (डीसीसी) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती सी. इंदुमती की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले पंजाब एंड सिंध बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक एवं एचडीएफसी बैंक के जिला समन्वयकों को कारण बताओ नोटिस भेजने के निर्देश संबंधित को दिए गए।
उन्होंने ऋण-जमानुपात को प्रदेश स्तर के अनुरूप लाने के लिए सभी बैंकों विशेष रूप से 58% से कम ऋण-जमानुपात वाले सभी बैंकों जिनमें मुख्य रूप से भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया एवं आईडीबीआई बैंक को पत्र जारी कर इस सम्बन्ध में अपने ऋण जमानुपात को बढाने के लिये कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए । वार्षिक ऋण योजना 2023-24 के अनुपालन में जिलाधिकारी ने भारतीय स्टेट बैंक, इडियन बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा, पंजाब एंड सिंध बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक एवं आईडीबीआई बैंक को कृषि आधारित ऋण के वितरण पर विशेष ध्यान देकर आवंटित लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में जो बैंक लक्ष्य से काफी पीछे हैं उनको अपने लक्ष्य को यथाशीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिए । उन्होंने वार्षिक ऋण योजना 2024-25 के लक्ष्यों में विगत वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर नाबार्ड एवं बैंकों के साथ समन्वय स्थापित करके आवश्यकतानुसार संशोधन करने के लिये निर्देशित किया। खादी ग्रामोद्योग विभाग की मुख्यमंत्री माटीकला योजना के बैंकों में लंबित पड़े आवेदनों का निस्तारण कर शीघ्र लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए । उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक एवं बैंक ऑफ़ बड़ौदा के साथ ही अन्य सभी बैंकों को सरकार प्रायोजित योजनाओं के ससमय निस्तारण के लिए विशेष ध्यान देते हुए अपने समस्त लंबित आवेदनों को तत्काल स्वीकृत/वितरित करने के निर्देश दिए एवं विभागों द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के अंतर्गत निरस्त किये गए आवेदनों की सूची उपलब्ध कर उनकी समीक्षा करने के लिए निर्देश दिए। जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति के प्रस्तावों की समीक्षा कर संस्थान द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आजीविका से जोड़ते हुए मत्स्यपालन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाते हुए इसके प्रचार प्रसार पर विशेष बल देने को कहा।
अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक कुमार पाण्डेय ने एजेंडे के अनुसार बैठक का संचालन करते हुए बताया कि जिले का ऋण-जमानुपात वर्तमान में 48.48% है जो कि प्रदेश के ऋण-जमानुपात 58.72% से कम है |
बैठक में उपस्थित उपायुक्त उद्योग श्री अन्जनीश प्रताप सिंह ने अपने विभागों द्वारा संचालित सरकार प्रायोजित विभिन्न कल्याणपरक योजनाओं यथा पीएमईजीपी, एमवाईएसवाई, ओडीओपी के लक्ष्य प्राप्ति के बारे में जानकारी दी।
बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान रामपुर थरियांव के निदेशक प्रतीक शर्मा ने अपने संस्थान की जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति का प्रस्ताव भी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अविनाश त्रिपाठी, भारतीय रिज़र्व बैंक लखनऊ से आये अधिकारी ऋषभ सक्सेना , डीसी एनआरएलएम अशोक कुमार गुप्ता, उप-निदेशक कृषि राममिलन सिंह परिहार, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, जिला सूचना अधिकारी आर0एस0 वर्मा, नाबार्ड के डीडीएम श्री प्रसून चंद्रा, अग्रणी बैंक से गौरव त्रिपाठी के अलावा बैंकों के जिला समन्वयकों में मुकुंद सिन्हा, महेश कुमार, अनिल कुमार, गोपाल त्रिवेदी, संकल्प शक्ति आदि उपस्थित रहे।