
कौशिक नाग-कोलकाता सुकांत मजूमदार: ‘4 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार’, मंत्री के तौर पर सुकांत मजूमदार का बड़ा फैसला! फिर हंगामा मच गया… केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार का मंत्रालय अगले हफ्ते सीबीआई को एक पत्र भेज रहा है. सुकांत मजूमदार बंगाल में मिड डे मील के भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में जिम्मेदारी के साथ सक्रिय रहे हैं. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से मिड-डे मील जांच की प्रगति के बारे में जानकारी लेने का निर्देश दिया है.सुकान्त ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को इस संबंध में सीबीआई को पत्र लिखने का भी आदेश दिया. बंगाल में मिड डे मिल में 4000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहले संसद में कहा था कि केंद्र सरकार ने इसकी सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. इस बार शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री का पदभार संभालने के बाद नजर सुकांतर पर सबसे पहले बंगाल में मिड-डे मील में भ्रष्टाचार का आरोप लगा. मिड डे मिल में भ्रष्टाचार की जांच की क्या स्थिति है? सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को पत्र लिखकर मंत्रालय के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी मांगी है. बंगा पद्मा खेमा हमेशा से ही इस राज्य की सत्ताधारी पार्टी और सरकार पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार के तरह-तरह के आरोप लगाता रहा है. उस सूची में पिछले लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों का भी जिक्र किया गया था. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के नवनियुक्त राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, ”चूंकि मुझे शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है, इसलिए मैं इस राज्य में शिक्षा में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर शामिल रहूंगा.” ।” मेरा मुख्य लक्ष्य शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार करने वालों को सजा दिलाना होगा।’ सुकांत मजूमदार ने यह भी कहा, ”पश्चिम बंगाल में मिड-डे मिल्स में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र से अरबों रुपये भेजे. इसलिए, मैंने शुक्रवार को अपने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक में इस राज्य में मिड-डे मील जांच की सीबीआई जांच की प्रगति के बारे में सीबीआई को पत्र लिखा है.’