बेतुल में गुटबाजी ले डुबी कांग्रेस को

बेतुल में कांग्रेस को गुटबाजी ले डुबी बेतुल में कांग्रेस 25 साल से चुनाव हार रही है ओर इसका में कारण आपसी गुटबाजी है बेतुल में दो गुट चलते हैं डागा ओर पांसे गुट इन्हीं गुट के कारण पार्टी लगातार चूनाव हार रही हे जहा कोई भी रोजगार नहीं जहां कै लोग मकान को छोड़कर दुसरे जिले में काम कि तलाश में जा रहे वह हर बार भाजपा हि चुनाव जीत रही वो भी एक तरफा इस बार बहुत से कांग्रेसी भाजपा में जाने वाले थे मगर इनके एक गुट के नेता का सामंजस्य नहीं बन पाने के कारण चुके गये वर्ना कमलनाथ भी जा रहे थे पार्टी छोड़कर मगर भाजपा के साथ उनकी कुछ शर्ते नहीं बन पायी नहीं तो आधे से ज्यादा कांग्रेसी भाजपा में चले जाते इनके जाने नहीं जाने से कांग्रेस को कोई फायदा भी नहीं होता क्यों कि इनमें से ज्यादातर तो भाजपा नेता के साथ मिलकर पेसा कमा रहे साथ बेड उठ रहे सबसे ज्यादा गुटबाजी सारणी में हे यह के नेता भाजपा के नेताओं के साथ मिलकर अपना घर भर रहे अभी सारणी में एक कांग्रेसी नेता रेत के अभेद कारोबार में लिप्त पाया गया उसपर उसके भाजपा के साथी पर कारवाई हुई हे मगर वो आज भी कांग्रेस में हे ऐसे लोग जो अभेद काम में लिप्त रहते हे उन्हें तत्काल पार्टी से बाहर नहीं करना कांग्रेस कि कमजोरी है यह कांग्रेस सिर्फ गुटबाजी के कारण चुनाव हार रही ओर दोश इवीएम को दे रहे यह कांग्रेस को चाहिए कि जिले कि पुरी बाड़ी भंग कर नये लोगों को मोका दै पुराने सभी को तत्काल बाहर करें तभी कांग्रेस मजबूत होगी वर्ना नहीं गुटबाजी करने वाले सिर्फ अपना अपने नेता का भला देखते हैं कार्यकर्ता का नहीं गुटबाजी कांग्रेस को कभी आगे नहीं बढ़ने देगी कांग्रेस के नेता की आपस में कभी नहीं बनती कांग्रेस बेतुल में लिप्त कि भुमीका भी सही तरीके से नहीं उठाती है