
बकसोती बाजार के एक क्लिनिक के झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा झांसे में रखकर व लापरवाही पूर्वक महिला की बच्चेदानी का ऑपरेशन करने के बाद हुई मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. महिला के पति अमीरक यादव ने नक्सल थाना, थाली में डॉक्टर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. आवेदन में लिखा गया है कि दो जून को मेरी पत्नी मंटू देवी के पेट में दर्द हुआ था. जिसे इलाज के लिए बकसोती बाजार स्थित एक प्राइवेट क्लिनिक डॉ अजय कुमार के यहां ले गया था. खाने के लिए कुछ दवा भी दिया था. पुनः सात जून को क्लीनिक मैं पत्नी के साथ बुलाया था, जहां मैं सात जून को फिर गया, तो डॉक्टर ने बताया कि अगले दिन आठ जून को आपकी पत्नी की बच्चेदानी का ऑपरेशन करना है. डॉक्टर के द्वारा बुलाये जाने पर आठ जून को फिर क्लिनिक पर पहुंचा. डॉक्टर अजय कुमार व एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर मेरी पत्नी की बच्चेदानी का ऑपरेशन किया. क्लिनिक में रहकर 12 जून को सुबह 9:00 बजे मेरी पत्नी का दर्द बढ़ गया. उसे एक प्राइवेट गाड़ी से डॉक्टर के साथ पत्नी को बेहतर इलाज के लिए गया अस्पताल लाया गया. जहां मेरी पत्नी की मौत 11:40 में हो गयी. शव के साथ वापस नवादा लौटने के क्रम में डॉक्टर इलाज का सभी कागजात लेकर भाग गया. जब मैं सीधा डॉक्टर के क्लिनिक बकसोती पहुंचा, तो क्लिनिक का बोर्ड भी लापता था. डॉ अजय कुमार के द्वारा झांसे में रखकर लापरवाही पूर्वक पत्नी का ऑपरेशन किया है. इससे उसकी मौत हो गयी. थाली थाने के अपर थाना अध्यक्ष ललन कुमार ने बताया है कि घटना से संबंधित मृतका के पति अमिरक यादव ने डॉ अजय कुमार के विरुद्ध थाने में प्राथमिक की दर्ज करवायी है. मामले की जांच की जा रही है.