
अंबेडकरनगर
जिले के 528 उच्च प्राथमिक विद्यालय व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 17 हजार से अधिक छात्राएं जुडो, कराटे व ताइक्वांडो जैसी कलाओं में निपुण बनेंगी। रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना के तहत छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए उन्हें ग्रीष्मावकाश के बाद प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके लिए 113 प्रशिक्षक अलग-अलग विद्यालयों में पहुंचकर छात्राओं को प्रशिक्षण देंगे।
परिषदीय विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना के तहत जूडो, कराटे, ताइक्वांडो जैसी कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रत्येक वर्ष नए शिक्षासत्र पर जुलाई माह में इस प्रकार का प्रशिक्षण छात्राओं को मिलता है, जिससे कि छात्राएं न सिर्फ विषम परिस्थितियों में आत्मरक्षा कर सकें बल्कि उनमें आत्मविश्वास के साथ साथ सकारात्मक सोच भी उत्पन्न हो।
प्रशिक्षण प्रभारी सत्यप्रकाश मौर्य ने बताया कि जिले में 520 उच्च प्राथमिक विद्यालय जबकि आठ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में 17 हजार से अधिक छात्राएं पंजीकृत हैं। इन छात्राओं को जूडो, कराटे, ताइक्वांडो जैसी कलाओं में निपुण करने के लिए 113 प्रशिक्षक की तैनाती की गई। यह प्रशिक्षक संबंधित विद्यालयों में पहुंचकर 24-24 दिन तक छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षकों को प्रतिमाह ढाई हजार रुपये मानदेय के रूप में मिलता है।
उधर बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई माह से छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें उन्हें जूडो, कराटे, ताइक्वांडो जैसी कलाओं में निपुण किया जाएगा।